नई दिल्ली। विजया किशोर राहतकर को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शनिवार को यहां बताया कि वह आयोग की 9वीं अध्यक्ष होंगी। यह अधिसूचना शुक्रवार देर शाम जारी की गई।
राहटकर ने विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है। उन्होंने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (2016-2021) की अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सक्षमा (एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए सहायता), प्रज्वला (स्वयं सहायता समूहों को केंद्र सरकार की योजनाओं से जोड़ना), और सुहिता (महिलाओं के लिए हेल्पलाइन सेवा) जैसे कार्यक्रमों के लिए काम किया है।
उन्होंने पोक्सो, तीन तलाक विरोधी प्रकोष्ठ और मानव तस्करी विरोधी इकाइयों जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कानूनी सुधारों पर भी काम किया। उन्होंने डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम शुरू किए और महिलाओं के मुद्दों को समर्पित साद नामक एक प्रकाशन शुरू किया। वर्ष 2007 से 2010 तक छत्रपति संभाजीनगर की महापौर के रूप में, राहटकर ने स्वास्थ्य सेवा और बुनियादी ढांचे से संबंधित महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं को लागू किया।
श्रीमती राहटकर के पास पुणे विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक की डिग्री और इतिहास में मास्टर डिग्री है। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं, जिनमें विधिलिखित (महिलाओं के कानूनी मुद्दों पर) और औरंगाबाद: लीडिंग टू वाइड रोड्स’ शामिल हैं।
महिला सशक्तीकरण में उनके योगदान ने उन्हें राष्ट्रीय कानून पुरस्कार और राष्ट्रीय साहित्यिक परिषद से सावित्रीबाई पुरस्कार सहित सम्मान मिले है। इसके साथ ही डॉ. अर्चना मजूमदार को राष्ट्रीय महिला आयोग का सदस्य भी नियुक्त किया गया है।