संत कंवर राम के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन 24 अक्टूबर को

अजमेर। राजस्थान में अजमेर के ईश विजय शाहानी मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से अमर शहीद संत कंवरराम के जीवन पर आधारित डाक्यूमेन्ट्री फिल्म अमर शहीद कंवर गाथा का निर्माण दो भाषाओं हिन्दी एवं सिन्धी में तैयार किया गया है जिसका प्रदर्शन 24 अक्टूबर को होगा।

मंगलवार को यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में फिल्म निर्माता विजय शाहानी और फिल्म निर्देशक अजय प्रताप सिंह ने बताया कि संत कंवरराम के 84वें वर्सी उत्सव पर संतों के सानिध्य में 24 अक्टूबर को अजमेर में फिल्म का निःशुल्क प्रदर्शन किया जाएगा। फिल्म एक घंटा 12 मिनट की है।

निर्माता विजय शाहानी ने फिल्म बनाने का उद्देश्य रेखांकित करते हुए कहा कि समाज में सभी वर्गों को संत कंवरराम के जीवन दर्शन का लाभ हो सके। आम लोगों में जात-पात जैसी कुरीतियों को त्यागकर मानव सेवा एवं एक दूसरे के प्रति प्रेम की भावना रखना ही इस फिल्म का उद्देश्य है।

उन्होंने बताया कि संत कंवरराम की 84वीं वर्सी उत्सव के उपलक्ष में 24 अक्टूबर 2024 को सुबह 9 बजे से आशा गंज स्थित संत कवंरराम उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में एलईडी स्क्रिन एवं इको साउण्ड के साथ फिल्म का प्रदर्शन होगा।

संत महात्माओं की गरिमामयी उपस्थिति में फिल्म का पहला शो प्रदर्शित किया जाएगा, जिसके पास जारी कर दिए गए हैं। इसी दिन तीन शो और दिखाए जाएंगे, जिनका समय पूर्वाह्न 11 बजे, अपराह्न एक बजे एवं तीन बजे रहेगा।

फिल्म में दर्शाए गए अंश
जब जब धरती पर अत्याचार बढता है तब तब धर्म की रक्षा करने के लिए हिन्दुस्तान की पवित्र और पावन भूमि पर पवित्र आत्माओं का जन्म हुआ। इसी क्रम में निरन्तर हिन्दुस्तान की पावन पवित्र धरा पर युगो युगो से संतों महात्माओ का जन्म हुआ। धर्म की रक्षा सत्य का मार्ग मानव का एक दूसरे के प्रति प्रेम व लोगों के कष्टों के निवारण हेतु 13 अप्रेल सन 1885 को वैसाखी के दिन इस पावन भूमि पर संत कवंरराम का जन्म हुआ।
संत कवर राम त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति जीवन के मर्म को जानने वाले दीन दुखियों और विकलांगों के देवता थे। लोगों की सेवा कर उन्हें सत्य का मार्ग दिखा हिन्दुस्तान का नाम पूरे विश्व पटल पर स्थापित किया है। मानव सेवा ही उनका मुख्य घ्येय था।
जिन्होंने समय समय पर धर्म की रक्षा कर लोगों को सत्य का मार्ग दिखा उनका मार्गदर्शन किया। मानवता की प्रमाणिकता ही जीवन की संकल्पना है। सारे धार्मिक मत अन्ततः इसी की प्रेरणा देते है। यही प्रेरणा संत कंवरराम का जीवन है। इसे समझना केवल एक अध्ययन मात्र नहीं बल्कि एक अध्यातमिक उपलब्धि भी है।
फिल्म के निर्माता, निर्देशक व पूरी टीम
फिल्म निर्माता विजय शाहणी, निर्देशक अजय प्रताप सिंह, अभिनेता सहनिर्देशक प्रशांत श्रीवास्तव व इमरान खान, सिनमैटिक फोटाग्राफी जय तनवानी व अमित सारस्वत,सहायक फोटाग्राफी- संदीप उपाघ्याय सोनवाल केशव मनीष, फिल्म लोकेशन- मसूदा देवमाली व अजमेर, फिल्म वाइस ओवर सिन्घी -सागर मघनाणी, फिल्म वाइस ओवर हिन्दी- अजय प्रताप सिंह डबिंग आर्टिस्ट- शत्रुघ्न शर्मा आशिष दुबे नेहा आभा डिंम्पल सागर मघनानी मुस्कान।
मुख्य अभिनेता संत कवर राम – अभिषेक गुर्जर, बाल संत कंवर राम- दानिश अली, ताराचन्द-अरूण गुप्ता, तीर्थबाई-नेहा गुर्जर, संत खोताराम-सुरेश मघनानी, संत सतराम दास- जितेन्द्र नानवानी, फकीर-भवानी शंकर कुशवाह, किसान-भरत श्यामनानी, औरत – मीना गुर्जर, फरियादी- राजेन्द्र सिंह, साहूकार- अजय प्रताप सिंह, पीर- अमित सारस्वत, पीर सहायक -इमरान राज सारवान, अन्य कलाकार, हर्श हरवानी गर्वित, लख्मीचन्द, विष्णु गुर्जर, जितेन्द्र, प्रशांत, राहुल, संदीप, केशव, विष्णु भार्गव, विमलेश कालरा, सलमान, सुमित आकाश दिनेश, कमल आभार- शिव शांति संत असुदाराम आश्रम; लखनऊ, शंकर मंशाणी,सुरेश श्रीमालानी मुकेश श्रीमालानी, नानकराम का सहयोग रहा।
सवांददाता सम्मेलन में विजय शाहणी, नरेश शाहणी, कमल शाहणी, कवंल प्रकाश किशनानी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, अजयप्रताप सिंह नेहा शाहनी उपस्थित थे।