भाजपा और कांग्रेस से मोहभंग, अब माउण्ट आबू में ये लडेंगे चुनाव

माउंट आबू में चुनाव लड़ने का ऐलान करते सत्याग्रह समिति के लोग।

सबगुरु न्यूज-माउण्ट आबू। माउण्ट आबू में फैले कथित भ्रष्टाचार से तंग आकर यहां के स्थानीय लोगों के समुह में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के सामने माउण्ट आबू की जनता के मुद्दों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रत्याशी खडे करने की घोषणा की है। स्वराज अभियान के तहत सत्याग्रह समिति में शामिल माउण्ट आबू के बुजुर्ग लोगों की उपस्थिति में पार्षद सौरभ गांगडिया ने की।
गांगडिया ने कहा कि माउण्ट आबू में ड्रग्स, जुआ और देह व्यापार जैसी कुरीतियां अपने चरम पर पहुंचती जा रहा है। इसके अलावा माउण्ट आबू में की व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार की वजह से यहां का आम आदमी बहुत उत्पीडित है। इन्हीं को लेकर सत्याग्रह समिति जनता के बीच में जाएगी। उन्होंने कहा कि माउण्ट आबू के आम आदमी को भ्रष्ट हो चुकी व्यवस्था से मुक्त करने के संकल्प वाला किसी भी राजनीति पार्टी का व्यक्ति उनके साथ जुड सकता है। उन्होंने कहा कि उनका ये निर्णय किसी राजनीतिक पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं होकर सत्तासीन होने के बाद आम आदमी को दरकिनार कर देने वाली भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि शोषण, सेटलमेंट, चोरी, भ्रष्टाचार और मिलीभगत के सिस्टम के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी पॉलिटिकल पार्टी खराब नहीं होती वो जनकल्याण के लिए होती है। जनकल्याण के साथ में जब शोषण, भ्रष्टाचार, तानाशाही जुड जाती है तो स्थिति विकट हो जाती है और ये आबू का हर आम नागरिक महसूस कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि पट्टा अभियान हो, नगर पालिका में ठेके हों या किसी को परमिशन की जरूरत हो सामान्य आदमी सिर्फ ठोकरें खाता है। धनाढ्य और बाहरी लोग अपना काम करवा जाते हैं।
उन्होंने कहा कि हम परिवर्तन के लिए आए है और परिवर्तन कर पाए तो टिकने के लिए आ रहे हैं।

उन्होने कहा किसी राजनीतिक पार्टी के संविधान में भ्रष्टाचार, जनता को शोषण, कमीषनबाजी, लोगों को दबाने का प्रावधान नहीं है। खुदके हित को सर्वोपरि रखकर जनिंहत को दरकिनार करने का काम जो नेता कर रहे हैं वो अपनी पार्टी को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि माउण्ट आबू बहुत छोटी जगह है इसलिए सोचा कि आबू वाले अपना हित करना चाहती हैं या नहीं। उन्होने कहा कि राजनीतिक पार्टी क्यों हमारे सिर पर नेता और अधिकारी थोप देते हैं। आबू के लोगों को समर्पित स्वच्छ लोगों को खडा कीजिए। आबूराज की सेवा को तत्पर किसी भी पार्टी का व्यक्ति उनसे जुड सकता है।
उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल पार्टी का मकसद पहले कुछ और था। अब सेवा छोडकर मेवा का मकसद हो गया है। हमें अच्छे लोग जोडने हैं और अच्छा बोर्ड बनाना है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रत्याशी हर वार्ड में उतरेंगे। लेकिन, कांग्रेस और भाजपा स्वच्छ छवि वाले किसी व्यक्ति को उतारती है तो उसके समाने सत्याग्रह समिति अपना केडीडेट नहीं उतारेगी। उन्होंने हम डोर टू डोर कैम्पेन करेंगे। हर लिंग और उम्र के लोगों से मिलकर उन्हें अपना उद्देश्य बताएंगे।

उन्होंने कहा कि बाहर वाले आकर हम पर शासन करते हैं। अपनी मर्जी थोपते हैं। लेकिन, अब माउण्ट आबू के लोगों की मर्जी से निर्णय करने का समय आ गया है। कांग्रेस, भाजपा और आबू की संघर्ष समिति पर विश्वासघात पाने के बाद सत्याग्रह समिति पर विश्वास क्यों करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ पुराने खिलाडी माउण्ट आबू का चर रहे हैं और शोषण कर रहे हैं। हम प्रत्याशियों से एफीडेविट लेंगे कि वो अगर आबू की जनता के हित में नहीं काम कर सकते तो त्यागपत्र दे देंगे।

प्रतिद्वंद्वियों के द्वारा उन पर लगाए गए आक्षेपों पर गांगडिया ने कहा कि आक्षेप लगते रहते है। उन पर आरोप लगाने वालों को मैने कहा आरोप सिद्ध करने का आह्वान करते हुए सत्याग्रह किया था। उसमें मैने खुद पर लगे आरोपों को सिद्ध करने पर माफी मांगने का भी कहा था। लेकिन, तीन दिन तक कोई भी नहीं आया। बिना पैसा खर्च किए चुनाव लडने के उनके आदर्श के जमीन पर उतरने की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मंडल अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने उप चुनाव लडवाया था। सिर्फ 1200 रुपये खर्च करके उन्होंने वो चुनाव पार्टी के सार्थियों के सहयेग से जितवाया था। उसी तरह हम घर-घर, गली गली जाकर लोगों को हमारा उद्देश्य बताकर उन्हें अपने से जोडेंगें। इस दौरान रिटायर शिक्षाविद बाबूसिंह परमार, दिनेश राणा, अरावली टैक्सी यूनियन महामंत्री मुख्तियार खान पठान, वाल्मिकी समाज के मौजीज मगन चौहान, हरिनारायण आदिवाल आदि मौजूद थें।