गाजा। गाजा पट्टी के उत्तर में बेत लाहिया शहर पर इजराइली बमबारी में कम से कम 30 फिलिस्तीनियाें की मौत हो गई है।
फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए ने बताया कि शनिवार शाम इजराइली सेना ने एक आवासीय चौक पर गोलाबारी की, जिसमें कम से कम पांच घर को निशाना बनाया गया। पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
स्थानीय निवासियों ने शिन्हुआ को बताया कि न तो सिविल डिफेंस और न ही मेडिकल टीमें इलाके में पहुंच सकीं, जिससे स्थानीय लोगों को खच्चर गाड़ियों या पैदल ही हताहतों को स्थानांतरित करना पड़ा।
इजराइली सेना ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
इजराइल ने सात अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले का बदला लेने के लिए दक्षिणी इजराइली सीमा के माध्यम से गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर आक्रमण शुरू किया है। इस दौरान लगभग 1,200 लोग मारे गये और लगभग 250 बंधक बना लिए गए।
गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को एक बयान में कहा कि गाजा पट्टी में चल रहे इजराइली हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 42,924 हो गई है।
इजराईली हमले का जवाब देने का अधिकार रखता है ईरान
ईरान ने शनिवार को कहा कि वह अपने तीन प्रांतों में कई ठिकानों पर पहले हुए इजरायली हमले का कानूनी और वैध जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है। ईरान के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने ईरानी सेना की जनसंपर्क वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि इजरायली विमानों ने शनिवार तड़के पश्चिमी प्रांत इलम के सीमावर्ती इलाकों में खुज़ेस्तान का दक्षिण-पश्चिमी प्रांत और राजधानी तेहरान के आसपास बहुत हल्के हथियारों से लैस लंबी दूरी की हवा से प्रक्षेपित मिसाइलें दागीं।
बयान में कहा गया है कि मिसाइल ने कई ईरानी रडार प्रणालियों को सीमित और अप्रभावी नुकसान पहुंचाया है। ईरान की वायु रक्षा ने भी महत्वपूर्ण संख्या में मिसाइलों को रोका और दुश्मन के विमानों को ईरानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया।
उल्लेखनीय है कि इजराइल रक्षा बलों ने शनिवार तड़के कहा कि उसने हाल के महीनों में ईरान के हमलों के जवाब में ईरान के कई क्षेत्रों में लक्ष्यों पर सटीक और लक्षितहवाई हमले किए। ईरान ने एक अक्टूबर को इज़राइली ठिकानों पर लगभग 180 मिसाइलें दागीं।इजरायल ने कल सुबह ईरान पर कई हवाई हमले किए, जिसमें ईरान की मिसाइल रक्षा प्रणाली और हवाई क्षमताओं को निशाना बनाया गया।
ईरान के अनुसार हमले में इलाम, खुजेस्तान और तेहरान प्रांतों के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इजरायल ने कहा है कि उसका हमला ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमलों के जवाब में था। ईरान ने हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन बताया है और अपनी आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करने की बात कही है। इस हमले के बाद, ईरान की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि वह अपने सहयोगी संगठनों जैसे हामास और हिजबुल्लाह को हमले के लिए प्रेरित कर सकता है।