कन्नूर एडीएम सुसाइड केस : एसआईटी माकपा नेता पीपी दिव्या को किया अरेस्ट

कन्नूर। केरल में कन्नूर के पूर्व अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) नवीन बाबू की मौत के मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता पीपी दिव्या को गिरफ्तार कर लिया।

निचली अदालत द्वारा दिव्या की अग्रिम जमानत याचिका खारिज किए जाने के कुछ ही घंटों बाद एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दिव्या ने एडीएम की मौत के मामले में अग्रिम जमानत के लिए थालास्सेरी जिला सत्र न्यायालय का रुख किया था।

जिला पुलिस प्रमुख अजित कुमार ने कहा कि दिव्या को 15 अक्टूबर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एसआईटी ने 17 अक्टूबर को श्रीमती दिव्या के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया था, जो आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित है।

माकपा जिला सचिवालय ने उसी दिन दिव्या को जिला पंचायत अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को कहा, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने नवीन बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कराने में कथित संलिप्तता के लिए परियारम स्थित कन्नूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इलेक्ट्रीशियन टीवी प्रशांत को भी निलंबित कर दिया।

दिव्या को मंगलवार अपराह्न कन्नूरपुरम थाने में आत्मसमर्पण करने के प्रयास के दौरान उनके घर के पास कन्नूरपुरम से हिरासत में लिया गया। एसआईटी उन्हें कन्नूर शहर में जिला अपराध शाखा कार्यालय में पूछताछ के लिए ले गई, जो शाम छह बजे तक चली। बाद में पुलिस उसे मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल ले गई। फिर उसे तालीपरम्बा मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया गया।

विपक्षी राजनीतिक दल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और ऑल इंडिया मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के कार्यकर्ता दिव्या की गिरफ्तारी में कथित देरी के खिलाफ पिछले दो सप्ताह से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एसआईटी ने एडीएम नवीन बाबू के भाई प्रवीण बाबू की शिकायत के आधार पर दिव्या के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

प्रवीण बाबू ने आरोप लगाया है कि 14 अक्टूबर को जिला प्रशासन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में दिव्या द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों और सार्वजनिक अपमान के बाद अधिकारी ने आत्महत्या कर ली।

पंद्रह अक्टूबर को 55 वर्षीय नवीन बाबू का शव पल्लीकुन्नू स्थित उनके सरकारी आवास में लटका हुआ मिला था। चौदह अक्टूबर को नवीन बाबू के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया था, जिन्हें उनके अनुरोध पर उनके गृह जिले पथानामथिट्टा में स्थानांतरित कर दिया गया था। दिव्या कथित तौर पर बिना बुलाए विदाई समारोह में पहुंची और चेंगाली के पास चेरनमूला में एक पेट्रोल पंप को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) देने से संबंधित एडीएम के खिलाफ भ्रष्ट आरोप लगाए।