राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव प्रचार का शोर थमा, अब घर घर दस्तक

जयपुर। राजस्थान में तेरह नवंबर को होने वाले सात विधानसभा क्षेत्र झुंझुनूं, रामगढ़, चौरासी, सलूंबर, दौसा, खींवसर और देवली-उनियारा के उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार का दौर एवं शोर सोमवार शाम को थम गया और चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अब घर घर जाकर अपने लिए वोट मांग रहे हैं।

उपचुनाव में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी, विपक्षी दल कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) तथा भारत आदिवासी पार्टी (बाप) सहित अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों एवं निर्दलीयों सहित 69 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। उपचुनाव के लिए मतदान बुधवार को होगा।

उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार थम जाने से पहले चुनाव प्रचार का दौर पूरे परवान चढ़ा हुआ था और भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी सहित भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने अपनी ताकत झौंक दी थी।

इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, रालोपा के संयोजक एवं सांसद हनुमान बेनीवाल एवं भारत आदिवासी पार्टी (बाप) के नेता एवं सांसद राजकुमार रोत, पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा तथा कांग्रेस के बागी एवं निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा सहित कई नेताओं एवं निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी पूरी ताकत लगाई और अब सभी उम्मीदवार घर घर जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं।

इन सात विधानसभा क्षेत्रों में पांच सीटों झुंझुनूं , देवली-उनियारा, खींवसर, सलूंबर और चौरासी सीट पर त्रिकोणीय जबकि रामगढ़ और दौसा सीट पर सीधा मुकाबला नजर आ रहा है। उपचुनाव की सबसे चर्चित सीट खींवसर में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी एवं रालोपा की उम्मीदवार कनिका बेनीवाल, भाजपा के रेवंतराम डांगा और कांग्रेस की रतन चौधरी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। हालांकि यहां मुख्य मुकाबला रालोपा और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर के रुप में भी माना जा रहा है।

झुंझनूं सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अमित ओला, भाजपा के राजेन्द्र भांबू और निर्दलीय प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं। इसी तरह देवली-उनियारा में कांग्रेस के कस्तूरचंद मीणा, भाजपा के पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुर्जर और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।

चौरासी में सांसद राजकुमार रोत के राजनीतिक दबदबे वाले क्षेत्र चौरासी में बाप के अनिल कटारा और भाजपा के कारीलाल ननोमा तथा कांग्रेस के महेश रोत के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना हैं। हालांकि यहां भी मुख्य मुकाबले की टक्कर बाप और भाजपा प्रत्याशी के बीच मानी जा रही है।

इनके अलावा सलूंबर में भाजपा की शांता देवी, कांग्रेस की रेशमा मीणा और बाप के जितेश कटारा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। उपचुनाव में रामगढ़ में भाजपा के सुखवंतसिंह, कांग्रेस के आर्यन जुबैरखान के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना हैं। इसी तरह दौसा में कृषि मंत्री डा किरोड़ी लाल के भाई एवं भाजपा उम्मीदवार जगमोहन मीणा और कांग्रेस प्रत्याशी दीन दयाल बैरवा के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है।

इन सात सीटों पर झुंझुनूं, देवली-उनियारा, दौसा एवं रामगढ़ सीट पर कांग्रेस का कब्जा जबकि सलूंबर में भाजपा, खींवसर में रालोपा एवं चौरासी में बाप पार्टी का विधायक था। झुंझुनूं में कांग्रेस के विधायक बृजेन्द्र ओला के झुंझुनूं, दौसा में कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा के दौसा, देवली-उनियारा में कांग्रेस के हरीश मीणा के टोंक -सवाईमाधोपुर, खींवसर में रालोपा के विधायक हनुमान बेनीवाल के नागौर एवं चौरासी विधायक राजकुमार रोत के डूंगरपुर सांसद चुने जाने के कारण यह सीटे रिक्त हुई। इसी तरह रामगढ़ में कांग्रेस विधायक जुबैर खान एवं सलूंबर में भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा के निधन से ये सीटे रिक्त हुई और इन पर उपचुनाव कराया जा रहा है।

उपचुनाव में सबसे ज्यादा चुनौती कांग्रेस के लिए मानी जा रही है जहां उसे चार सीटों पर अपनी प्रतिष्ठा बरकरार रखनी हैं जबकि भाजपा केवल एक सीट बरकरार रखने की चुनौती का सामना कर रही है। इसी तरह रालोपा और बाप अपनी चुनाव प्रतिष्ठा बरकरार रखने की चुनौती का सामना कर रही है।

उपचुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा सहित भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार के ग्यारह महीनों एवं केन्द्र सरकार की उपल्बधियां जनता के सामने रखी जबकि कांग्रेस और अन्य दल राज्य सरकार की कमियां बताकर जनता से अपने प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगे।

चुनाव प्रचार थम जाने के बाद भाजपा, कांग्रेस, रालोपा और बाप उपचुनाव में अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे कर रही हैं वहीं गुढ़ा और नरेश मीणा भी उपचुनाव में अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। अब तेरह नवंबर को मतदान के बाद उपचुनाव के 69 प्रत्याशियों का चुनावी भाग्य मतणना 23 नवंबर के दिन खुलेगा।