टोंक/जयपुर। राजस्थान के टोंक जिले में देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान एसडीएम के थप्पड़ मामले के बाद हुई समरावता हिंसा मामले में राज्य सरकार और समरावता ग्रामीणों के बीच समरावता गांव सहित 28 गांवों को उनियारा में शामिल किए जाने सहित पांच बिन्दुओं पर सहमति बनी हैं।
इस प्रकरण पर कृषि मंत्री डा किरोड़ी लाल मीणा, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम एवं जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी की मौजूदगी में मंगलवार को यहां ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता हुई और तीनों मंत्रियों की मौजूदगी में प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई वार्ता के बाद निकले बिन्दुओं को मुख्यमंत्री भजनल लाल शर्मा के सामने रखा गया और उन्होंने पांच बिन्दुओं पर सकारात्मक सहमति प्रदान की।
डा मीणा ने बताया कि जिन बिंदुओं पर सहमति बनी उनमें समरावता सहित पांच पंचायतों के 28 गांव उनियारा में शामिल किए जाएंगे, सरकार द्वारा विशेष जांच जिससे इस प्रकरण का दूध का दूध पानी का पानी हो सके, समरावता एवं उसके आसपास के गांवों के निर्दोष लोगों को मुकदमों का शिकार नहीं होने दिया जाएगा।
स्थानीय पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद 19 व्यक्तियों को छोड़ दिया है और आगे भी जांच के अनुसार कार्यवाही होगी तथा स्थानीय लोगों के वाहनों, मकानों, चारे सहित जो भी नुकसान हुआ है, उसका सर्वे करवाकर संबंधित व्यक्ति को भरपाई की जाएगी शामिल हैं।