अजमेर। माली समाज समेत विभिन्न संगठनों की ओर से समाजिक क्रांति के अग्रदूत महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की 134वीं पुण्यतिथि विभिन्न आयोजनों साथ मनाई गई। अखिल भारतीय महात्मा ज्योतिबा फुले जागृति मंच समेत माली समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने महात्मा ज्योतिबा फुले स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया और उनकी समाजसेवा, योगदान को याद किया साथ ही उनके आदर्शों को अपनाने का आहवान किया।
हर साल की तरह अखिल भारतीय महात्मा ज्योतिबा फुले जागृति मंच के अध्यक्ष पूनम चंद मारोठिया की ओर से अजमेर क्लब चौराहे पर स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले स्मारक को फूलों से सजाया गया। सुबह 10 बजे से ही माली समाज और समाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने का सिलसिला शुरू हो गया। ज्योतिबा फुले अमर रहे के नारों की गूंज उठती रही। इस आयोजन को लेकर माली समाज उत्साहित नजर आया। समाज के बुजूर्गों, महिलाओं, युवकों ने बढचढकर आयोजन में शिरकत की।
इस मौके पर भामाशाह त्रिलोचंद इंदौरा, पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, मेवालाल जादम, चेतन सैनी, रवि सैनी, एडवोकेट धर्मेन्द्र टांक, महेश चौहान, चेतन सैनी, हेमराज सिसोदिया, दिलीप गढवाल, नरेन्द्र तूनवाल, प्रदीप कछावा, सीमा चौहान, कृष्णा टांक, धर्मेन्द्र सुईवाल, मोनिका सुईवाल, धर्मेन्द्र टांक, राज भाटी, विनोद गढवाल, हेमेन्द्र सिंगोदिया, एडवोकेट बबीता टांक, डा जितेन्द्र मारोठिया, घीसूलाल गढवाल, सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो मनोज बेहरवाल, सैकंडरी स्कूल बरना किशनगढ की प्रधानाचार्य स्वाति सतरावला, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष द्रोपदी देवी कोली, पार्षद लक्ष्मी बुंदेल आदि ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।
मालियान समाज की धरोहर के संरक्षण का मुद्दा गूंजा
मालियान धरोहर संरक्षण मंच ने महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित संगोष्ठी में समाज की शहर में स्थित धरोहरों की संरक्षा और सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। रवि उबाणा ने रजिस्टर्ड पुष्कर पंचायत क्षत्रिय फूल मालियान अजमेर के तेजाजी की देवली उसरी गेट की खुर्दबुर्द हो रही संपति तथा उस पर हो रहे कब्जों को लेकर जानकारी साझा की। चेतन सैनी ने सुंदर विलास स्थित धर्मशाला के हालात से अवगत कराया। इसी तरह जनाना अस्पताल के समीप निर्माणाधीन धर्मशाला को लेेकर प्रस्तावित लॉटरी के निरस्त होने तथा समाज में भामाशाहों की घटती संख्या के मसले पर भी सवाल उठे। संगोष्ठी में मौजूद समाज के समस्त गणमान्यजनों ने इसके लिए संबधित संस्थाओं के पदाधिकारियों को जिम्मेदार बताते हुए समाज बंधुओं को सजग और सक्रिय रहने का आहवान किया।
पुष्कर में नारी शिक्षा के प्रणेता ज्योतिबा फुले को याद किया
पुष्कर। नारी शिक्षा के प्रणेता एवं समाजिक समानता के प्रखर समर्थक महात्मा ज्योतिबा फुले की 134वीं पुण्यतिथि तिलोरा रोड स्थित महात्या ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय स्मारक पर गुरुवार को श्रद्धापूर्वक मनाई गई।
महात्मा ज्योतिबा फुले सर्कल विकास समिति के अध्यक्ष ताराचंद गहलोत ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले समाज सुधारक समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे। महिलाओं व पिछडे तथा अछूतों के उत्थान के लिए इन्होंने अनेकानेक कार्य किए।
इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष अजय सैनी, महामंत्री सूरजमल दगदी, अखिल भाररतीय माली सैनी सेवा सदन पुष्कर के अध्यक्ष ओमप्रकाश सांखला, दामोदर मुखिया, पूर्व जिला परिषद सदस्य मदन सिंह रावत, जयनारायण दगदी, राजेन्द्र महावर, पुष्कर नारायण भाटी, धीरज जादम, मगनीराम अजमेरा, जगदीश कुर्डिया, बेणीगोपाल मंत्री, सुभाष पाराशर, पुनमचंद सतरावला, छोगा सिंह रावत, गोपाल तिलोनिया, पुखराज दगदी, सत्यनारायण पाराशर, भागचंद दगदी, मालियान नवयुवक मंडल के अध्यक्ष सीताराम सतरावला, बंटी गहलोत, नंदू किशोर कुंवाल, राहुल उबाणा, खेमराज उबाणा, चंद्र प्रकाश माली समेत पुष्कर क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।