पुणे डेविल्स के पूर्व सहायक कोच सनी ढिल्लों पर 6 साल का प्रतिबंध

दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अबू धाबी टी-10 लीग में पुणे डेविल्स के पूर्व सहायक कोच सनी ढिल्लों को मैच फिक्सिंग और भ्रष्टाचार का दोषी पाएजाने पर क्रिकेट के सभी प्रारूपों में छह वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया है।

आईसीसी ने जांच में पाया कि ढिल्लों ने अमीरात क्रिकेट बोर्ड के भ्रष्टाचार विरोधी संहिता का उल्लंघन किया है। ढिल्लों उन आठ लोगों में शामिल थे, जिनके ऊपर पिछले वर्ष आरोप लगे थे। इसमें बांग्लादेश के ऑलराउंडर नासिर हुसैन, पुणे डेविल्स के सह मालिक (कृष्ण कुमार चौधरी और पराग संघवी), दो घरेलू खिलाड़ी, टीम के बल्लेबाजी कोच अशार जैदी और टीम मैनेजर शादाब अहमद शामिल थे।

हुसैन पर इस वर्ष जनवरी में दो साल के लिए प्रतिबंधित लगाया गया था जैदी, संघवी और चौधरी को अगस्त 2024 में भ्रष्ट गतिविधियों में संलिप्त रहने और अमीरात क्रिकेट बोर्ड के भ्रष्टाचार विरोधी संहिता का उल्लंघन करने की बात स्वीकारने के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था।

आईसीसी के जारी बयान के अनुसार ढिल्लों को अनुच्छेद 2.1.1 – अबू धाबी टी-10 2021 में मैचों या उनके पहलुओं को फिक्स करने, या गलत तरीके से प्रभावित करने के प्रयास में पक्षकार बनना। अनुच्छेद 2.4.4 – संहिता के तहत भ्रष्ट आचरण में संलिप्त होने के लिए प्राप्त किसी भी तरह के प्रस्ताव की पूरी जानकारी भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारी को देने में विफल होना।

अनुच्छेद 2.4.6 – नियम के तहत भ्रष्ट आचरण संबंधी की जाने वाली जांच में अधिकारी का सहयोग ना देने का दोषी पाया गया। ढिल्लों पर यह प्रतिबंध 13 सितंबर 2023 से शुरू माना जाएगा क्योंकि उस दिन उन्हें अस्थाई रूप से निलंबित किया गया था।