आदर्श विद्या निकेतन विद्यालय में गीता जयंती का आयोजन
अजमेर। कुरुक्षेत्र के युद्धक्षेत्र में अर्जुन को श्री कृष्ण द्वारा दिया गया विराट ज्ञान जिसे हम श्रीमद् भागवत गीता के रूप में जानते हैं केवल पठन-पाठन व पूजन के लिए नहीं अपितु मनुष्य के दैनिक जीवन में आचरण के लिए है। मनुष्य जीवन के सभी प्रश्नों का उत्तर देने में गीता समर्थ है।
यह विचार बुधवार को पुष्कर रोड स्थित आदर्श विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में गीता जयंती के उपलक्ष में आयोजित अष्टादश श्लोकि की गीता गायन प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विद्यालय की वंदना सभा में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित समाजसेवी एवं भगवत गीता की शोध विद्यार्थी मीता अरोडा ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जीवन को सफल एवं महान बनाने का सार भागवत गीता में ही निहित है। इसी ज्ञान के कारण श्री कृष्ण ने जेल से जय तक का सफर तय किया था। उन्होंने भगवत गीता को हमारा पथ प्रदर्शक बताया साथ ही भगवान को हमारे जीवन में एक साथी के रूप में स्थान देने की बात कही।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों की प्रतिनिधि के रूप में कक्षा 11 की छात्रा बहन अंशिका शर्मा ने हिंदी तथा कक्षा 10 की छात्रा बहन करिश्मा ने अंग्रेजी में श्रीमदभागवत गीता के बारे में विशिष्ट एवं रोचक तथ्यों को सभी के सामने प्रस्तुत किया।
आयोजन की जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक विभावना तिवारी ने बताया कि गीता जयंती के उपलक्ष्य में विद्यालय में अष्टादश श्लोकि गीता को कंठस्थ कर सस्वर गायन की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा छह से ग्यारह के भैया- बहनों ने भाग लिया।
कक्षा 11 के भैया जितेंद्र, कक्षा 7 की बहन दीपाली, कक्षा 6 की बहन निरोशा विजेता रहे। कार्यक्रम में विजेताओं को प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य भूपेंद्र उबाना ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।