सरकार किसानों के कल्याण के लिए समर्पित और कृत संकल्प है : भजनलाल शर्मा

अजमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किसानों को भारत की आत्मा और सच्चा सपूत बताते हुए कहा है कि उनकी सरकार किसानों के कल्याण के लिए समर्पित और कृत संकल्प है।

भजनलाल शुक्रवार को अपनी सरकार की पहली वर्षगांठ के मौके पर अजमेर के कायड़ में राज्य स्तरीय ‘किसान सम्मेलन’ को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है कि किसान विकसित होगा तो भारत और राजस्थान भी विकसित होगी। किसानों की पीड़ा हमें मालूम है, देश-प्रदेश की सरकार उनके प्रति संवेदनशील है।

भजनलाल ने कहा कि किसान उत्थान में पानी की सिंचाई के लिये उपलब्धता ईआरसीपी के माध्यम से होने जा रहा है। इतना ही नहीं वर्ष 2027 तक किसानों को दिन में खेती के लिए बिजली उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिए समर्थन मूल्यों पर फसलों की खरीद का काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हम संकल्प पत्र के वायदों को पूरा करने का काम कर रहे हैं। इसका लाभ भी किसानों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज का दिन किसानों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन है। उनके समर्थन से सरकार बनी तो सेवा का दायित्व हमारा है। एक साल में हमने बहुत कुछ किसान हित में किया और आज किसान सम्मान निधि 70 लाख किसानों के खाते में भेजने का काम हुआ है।

किसान और पशुपालक एक दूसरे के पूरक हैं, इसलिए राज्य के 3.25 लाख पशुपालकों को पांच रुपए प्रति लीटर की दर से 200 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसान हित में आज से मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना, ऊंट संरक्षण और विकास मिशन, एक हजार दुग्ध संकलन केन्द्र शुरू किये हैं।

उन्होंने किसानों के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी। इनमें 20 हजार पशुपालकों को ब्याज मुक्त ऋण, आठ हजार सौर ऊर्जा संवेदकों को 80 करोड़ रुपए, सौ गौशालाओं को गौ काष्ट मशीन जैसी सौगात शामिल है।

अजमेर जिले की प्रभारी एवं उप-मुख्यमंत्री दियाकुमारी ने किसानों को अन्नदाता के साथ अब ऊर्जादाता बताते हुए कहा कि किसानों के लिए पहले बजट की योजनाएं धरातल पर है और सरकार का दूसरा बजट भी शानदार होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को विकास पुरुष बताते हुए कहा कि वे स्वयं किसानों की समस्या समझते हैं और आने वाले समय में किसानों के माध्यम से राजस्थान को अग्रणी राजस्थान बनायेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान, भारत की आर्थिक धरती बनेगा और तीसरी अर्थ व्यवस्था में राजस्थान का योगदान रहेगा।

कार्यक्रम विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अपने सम्बोधन में किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार उनके उत्थान के लिए काम कर रही है, लेकिन उन्हें भी नई टेक्नोलॉजी अपनाकर उत्पादन बढ़ाने का काम करना चाहिए। उन्होंने ‘श्री अन्न’ का उत्पादन बढ़ाये जाने पर जोर दिया ताकि स्वस्थ भारत विकसित हो सके।