बेंगलूरु इंजीनियर सुसाइड मामले में पत्नी समेत 4 ने दाखिल की जमानत अर्जी

बेंगलूरु/जौनपुर। अपनी पत्नी और उसके परिवार वालों से प्रताड़ित होकर बेंगलूरु में इंजीनियर अतुल सुभाष के खुदखुशी मामले में अब आरोपी ससुराल वालों को गिरफ्तारी का डर सता रहा है। घटना के सामने आने के बाद रात के अंधेरे में फरार होते आरोपियों ने 12 दिंसबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मृतक के भाई विकास ने 9 दिसंबर को बेंगलूरु के मराठाहल्ली थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले में वांछित मृतक की पत्नी निकिता व उसके परिवार के लोगों को थाने में हाजिर होने के लिए बेंगलूरु पुलिस ने तीन दिन का नोटिस दिया। बृहस्पतिवार को बेंगलूरु पुलिस जौनपुर पहुंची। संभवतः इस बात कि जानकारी निकिता व उसके परिवार को थी। इसे देखते हुए उसी दिन परिवार वालों ने वकील अजय सिंह के माध्यम से हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी है।

इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में उसके छोटे भाई विकास द्वारा उसकी भाभी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया व निकिता के ताऊ सुशील सिंघानिया के ऊपर बेंगलूरु में मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए निकिता व सभी आरोपियों ने इलाहबाद हाईकोर्ट में बृहस्पतिवार को जमानत अर्जी दाखिल की है।

इस बात की जानकारी आरोपियों के अधिवक्ता अजय सिंह ने शनिवार को साझा की है। घटना के सामने आने के बाद ससुराल वाले फरार हैं और बेंगलूरू पुलिस जौनपुर में साक्ष्य संकलन कर रही है। इन सबके बीच 12 दिसंबर को हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए पत्नी निकिता सहित चार अन्य की ओर अर्जी डाली गई है। जानकारी के अनुसार इस अर्जी पर सोमवार को कोई फैसला आ सकता है।

मुकदमे वापस लेने के लिए तीन करोड़, बेटा देखने के लिए 30 लाख की थी मांग

बेंगलुरु में अपनी पत्नी और उसके परिवार वालों से प्रताड़ित इंजीनियर अतुल सुभाष से मुकदमा वापस लेने के लिए तीन करोड़ और इकलौते पुत्र से मिलने के लिए 30 लाख रुपए की मांग उसकी पत्नी निकिता की तरफ से की गई थी। यही वजह और मुकदमों से परेशान होकर इंजीनियर अतुल सुभाष ने बेंगलुरु में आत्महत्या कर ली थी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मृत इंजीनियर के भाई विकास ने पुलिस निरीक्षक मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन बेंगलूरु को प्रार्थना पत्र दिया है कि नौ दिसंबर सुबह 2:45 बजे घटना के बारे में पता चला, जब मिस्टर जैक्सन का फोन आया उन्होंने मुझसे पूछा क्या वह अपने भाई से बात किए हैं और क्या उन्हें पता है कि उसने आत्महत्या कर ली। तब वादी पूरी तरह सदमे में था।

उन्होने जैक्सन को बताया कि शाम को अपने भाई से बात की थी। वह बिल्कुल ठीक था और सही मानसिक स्थिति में था और ऐसी कोई जानकारी नहीं थी। कॉल डिस्कनेक्ट करने के बाद जब वादी ने अपना मोबाइल चेक किया तो भाई के मोबाइल से उसे अलविदा कहने वाले कई संदेश दिखे। उसके बाद उसके निर्देश और गूगल लोकेशन चेक किया। बाद में भाई द्वारा बनाया गया वीडियो दिखा तो हैरान और स्तब्ध रह गया। उसने ईमेल पर साझा किया था।

उसके भाई अतुल और निकिता की 2019 में शादी हुई। भाई से पैसे ऐंठने की आड़ में निकिता पत्नी, निशा सास, अनुराग साला व सुशील चचेरा ससुर पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसाए और अत्यधिक मानसिक और शारीरिक तनाव दिया। निकिता और उसके परिवार के सदस्यों ने हमारे भाई के खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज कराए और उन मामलों को बंद करने के लिए आरोपी तीन करोड रुपए की मांग कर रहे थे। मेरे भाई को अपने बच्चों को देखने और उससे मिलने के लिए 30 लाख रुपए की अतिरिक्त मांग की जा रही थी।

जौनपुर में अदालत की सुनवाई के दौरान भाई अतुल के बयानों का मजाक उड़ाकर उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया गया और कहा गया या तो अतुल को उन्हें तीन करोड रुपए देना चाहिए या आत्महत्या कर लेना चाहिए। आत्महत्या करने से पहले ऐसा कदम उठाने के अपने कारणों का खुलासा किया कि उसे चारों लोगों द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था और जबरन वसूली की जा रही थी।

पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। शुक्रवार को बेंगलूरु पुलिस यहां आई। आरोपियों के घर नोटिस चस्पा किया नोटिस के साथ एफआईआर की कॉपी भी चस्पा की गई। तत्पश्चात दीवानी न्यायालय पहुंचकर अतुल से जुड़ी फाइलों के दस्तावेज की नकल लिया। कुछ नकल लेना शेष है जो दूसरे दिन ली जाएगी।