नगर पालिका आबूरोड का भाजपा बोर्ड शहर को लगा रहा डबल चूना!

आबूरोड के मानपुर स्थित नगर पालिका के ठेके के अधीन दिए वार्ड में नगर पालिका आबूरोड लिखे व्हील बैराज में कचरा डालता सफ़ाई कर्मी।

सबगुरू न्यूज-आबूरोड। अशोक गहलोत की तरह ही भजनलाल सरकार को प्रमुख जुमला बन चुका है ‘ भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस’ वाक्य। जबकि हकीकत है ये जीरो भ्रष्टाचार के तीन डिजिट अंक को पांच डिजिट और पांच डिजिट अंक को सात डिजिट बनाने के लिए अंकों के आगे लग रहे हैं।

आबूरोड में मंगलवार सुबह जो नजारा दिखा उससे स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार मुक्ति के नारे के साथ आबूरोड बोर्ड में तैनात भाजपा के दौरान  आबूरोड को दोहरा चूना लगा रहा है। ये चूना लगता दिख रहा है सफाई ठेके के माध्यम से।

– संविदाकर्मियों के पास नगर पालिका लिखा उपकरण कैसे?
नगर पालिका आबूरोड के द्वारा 14 नवम्बर 2024 को जारी निविदा सूचना के अनुसार पालिका ने आबूरोड के 40 वार्डों में से 27 वार्डों की सफाई व्यवस्था 5 जोन में ठेके पर दी गई है। हाल ही में पुराने ठेकेदार के द्वारा समय से पूर्व ठेका सरेंडर करने के बाद नए ठेकेदार को सशर्त ठेका दिया गया है। इन ठेके वाले वार्डों में आबूरोड के बाहरी इलाके हैं। बाहरी इलाकों में मंगलवार को नगर पालिका के ठेके के अंतर्गत आने वाले वार्ड में ठेकेदार के द्वारा संविदा पर लगाए गए कार्मिकों के पास नगर पालिका आबूरोड लिखे हुए व्हील बेराज नजर आए। ये पहली बार हो रहा हो ऐसा नहीं है। पिछले ठेके में भी ठेके वाले वार्डों में ऐसे ही व्हील बैराज नजर आते थे। ये एक तरह से नगर पालिका आबूरोड को दोहरा आर्थिक चूना लगाने जैसा है।
– ये है निविदा की शर्त में
नगर पालिकाओं में जिन वार्डों को ठेके पर दिया जाता हैं उनमें संविदाकार्मिकों के काम में आने वाले उपकरण ठेकेदारों को ही देने होते हैं। आबूरोड नगर पालिका के द्वारा फरवरी 2024 को जारी निविदा की शर्त संख्या 5 और नवम्बर 2024 को जारी निविदा की शर्त संख्या 6 के अनुसार ठेके पर दिए जाने वाले पांचों जोन में स्थित वार्डों की सफाई कार्य में काम में लिए जाने वाले आवश्यक उपकरण/औजार (झाडू/फावडा/तगारी/पंजेटी/व्हील बैराज इत्यादि) संवेदक को स्वयं ही व्यवस्था करनी होगी।

लेकिन, आबूरोड नगर पालिका क्षेत्र में गांधीनगर, आकराभट्टा मानपुर आदि क्षेत्रों में सफाई कर्मियों के पास जो व्हील बैराज नजर आ रहे हैं उस पर नगर पालिका आबूरोड लिखा हुआ स्पष्ट दिख रहा है। इस व्हील बैराज पर लिखी इबारत के अनुसार ये वर्ष 2022-23 में खरीदी गई व्हील बैराजों में से 93 नम्बर की हैं। ये नम्बर बता रहे हैं कि नगर पालिका ने साल भर पहले ही इन व्हील बैराजों को सौ के आस-पास संख्या में खरीदा था। जो ये बता रहा है कि ये आबूरोड नगर पालिका की संपत्ति है। –
– इस तरह लग रहा है दोहरा चूना
आबूरोड शहर के विकास के लिए आए पैसे का आबूरोड नगर पालिका किस तरह से दुरूपयोग कर रही है उसे ऐसे समझें। जिस राशि में निविदा जारी की गई है उसमें संवेदक के सफाई उपकरणों की राशि भी शामिल है। मतलब ठेकेदार को सफाई में काम आने वाले उपकरणों का भी भुगतान किया जा रहा है। लेकिन, मंगलवार को ठेके प्रथा पर दिए गए वार्ड में नगर पालिका आबूरोड लिखे व्हील बैराज नजर आने का मतलब ये है कि ये नगर पालिका आबूरोड के द्वारा खरीदे गए हैं। आबूरोड नगर पालिका उपकरणों आदि की खरीददारी अपने स्टोर के माध्यम से करती हैं। स्टोर में आई सामग्री की देखरेख और जिम्मेदारी के लिए अलग स्टाफ होता हैं। ऐसे में सवाल ये है कि अतिरिक्त स्टाफ के होते हुए नगर पालिका की संपत्ति इस तरह बाहर आ कैसे गई। नगर पालिका के स्थाई सफाई कर्मियों के पास भी नगर पालिका आबूरोड लिखे हुए व्हील बैराज हैं। तो ऐसे में दो ही सूरत बनती है। एक ये कि स्टोर से सालाना की लाखों की खरीद करने वाली नगर पालिका ठेकेदार की सामग्री पर निर्भर है या फिर भुगतान करने के बाद भी सफाई ठेकेदार नगर पालिका के द्वारा खरीदे गए उपकरणों पर निर्भर है।
ऐसे में आबूरोड के विकास के लिए आए पैसे का दुरुपयोग आबूरोड नगर पालिका बोर्ड ठेकेदार को उपकरण की राशि देने  के बाद भी नगर पालिका के द्वारा खरीदे गए उपकरण देकर कर रही है। इस सबका निरीक्षण करने की जिम्मेदारी निविदा के अनुसार नगर पालिका के सफाई निरीक्षको की है। नगर पालिका लिखी हुई व्हील बैराज के ठेके वाले वार्डों में ठेकेदारों द्वारा इस्तेमाल किए जाने के संदर्भ में नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी को दूरभाष पर संपर्क किया गया लेकिन, उन्होंने फोन नहीं उठाया।