भारतीय सिन्धू सभा का सदस्यता अभियान 1 जनवरी से 15 जनवरी तक

सिन्धू दर्शन तीर्थयात्रा योजना की शर्ताें में हो सरलीकरण
अजमेर। भारतीय सिन्धू सभा की ओर से वर्ष 2025 की सदस्यता के लिए अभियान चलाया जाएगा एवं संगठन की गतिविधियों व कार्यक्रमों के लिए कोर कमेटी की बैठक प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि सदस्यता का शुभारंभ 1 जनवरी से 15 जनवरी तक किया जाएगा जिसमें संगठन के पदाधिकारियों के साथ सामाजिक कार्यकर्ता, मातृशक्ति व युवा कार्यकर्ताओं के साथ समाज के अलग अलग वर्गों को जोडकर सदस्यता ग्रहण करवाई जाएगी।

प्रभारी प्रदेश कोषाध्यक्ष इन्द्र रामाणी व सह प्रभारी प्रदेश प्रचार मंत्री मूलचंद बसंताणी रहेंगे। बैठक में चर्चा की गई कि राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद के सहयोग से भारतीय सिन्धू सभा राजस्थान न्यास की ओर से संचालित सिन्धी भाषा ज्ञान के कक्षाओं की परिक्षाएं 12 जनवरी को आयोजित होगी जिसके लिए प्रदेश, संभाग व जिला प्रभारी सहयोग करेंगे।

परिचय सम्मेलन की संशोधित स्मारिका का विमोचन

सभा की ओर से 8 सितम्बर को आयोजित राज्य स्तरीय युवक युवती परिचय सम्मेलन के समय प्रकाशित स्मारिका में संशोधन कर पूर्ण जानकारी के साथ संशोधित स्मारिका का प्रकाशन करवाया गया है जिसका भी विमोचन किया गया। स्मारिका प्रदेश व देश की प्रमुख दरबारों, मन्दिरों व पूज्य सिन्धी पंचायत के कार्यालयों में उपलब्ध करवाई जाएयेगी जिससे युवाओं को अधिक सफलता मिल सके।

मोरवाणी ने बताया कि संगठन की गतिविधियों के साथ आगामी कार्यक्रमों में 21 जनवरी 2025 को वीर बलिदानी हेमू कालाणी के बलिदान दिवस के उपलक्ष में देश भक्ति आधारित कार्यक्रम किए जाएंगे। जिसमें प्रत्येक ईकाई की ओर से रंग भरो प्रतियोगिता, निबन्ध प्रतियोगिता, देशभक्ति गायन, पूर्व संध्या पर दीपदान, प्रभात फेरी व माल्यार्पण कर श्रृद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे।

10 अप्रेल को सिन्धी भाषा मान्यता दिवस के कार्यक्रम व 12 अप्रेल को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आयोजन जयपुर में किया जाएगा साथ ही संत कवंरराम जयंती 13 अप्रेल को राज्यस्तरीय सम्मान समारोह व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा।

सिन्धू दर्शन तीर्थयात्रा में सहयोग राशि आदेश में सरलीकरण की मांग

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि लेह लद्धाख में जून 2025 को दो तीर्थया़त्राओं का आयोजन 5 से 8 जून व 23 से 26 जून को किया जाएगा। इस तीर्थयात्रा में सम्मिलित होने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पूर्व में जारी आदेश व वर्तमान में संशोधित आदेशों में सरलीकरण किया जाए।

संगठन की ओर से राज्य सरकार से मांग की गई थी कि तीर्थयात्रियों में आयकर दाता नहीं होने व सेवानिवृत अधिकारी/कर्मचारी की शर्त को हटाकर वरिष्ठ नागरिक योजना से अलग सिन्धू दर्शन तीर्थयात्रा आयोजन कर सहयोग राशि बीस हजार प्रति यात्री के आदेश जारी हो जिससे सभी सनातन धर्म प्रेमी इस तीर्थयात्रा में सम्मिलित हो सके।

बैठक में नवलकिशोर गुरनाणी, डॉ. कैलाश शिलवाणी, शोभा बसंताणी, हीरालाल तोलाणी, तुलसी संगताणी, विष्णुदेव सामताणी, नारायण परनानी, किशनचन्द ने भी अपने विचार प्रकट किए।