रीट में मंगलवार शाम तक 5957 आवेदन
अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित की जा रही राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2024 के तहत अभ्यर्थी एक बार फार्म भरने के बाद अपने स्तर पर संशोधन नहीं कर सकेंगे। बोर्ड ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे पूरी तरह जांच परख कर ही ऑनलाइन आवेदन भरे।
रीट में मंगलवार शाम तक 5957 आवेदन प्राप्त हो गए हैं। लेवल एक के 1722 एवं लेवल दो के 4235 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इनमें 125 अभ्यर्थी ऎसे है जिन्होंने दोनों लेवल में परीक्षा के लिए आवेदन किया है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 जनवरी है।
सचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि अभ्यर्थी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक कर परीक्षा शुल्क जमा करवा कर आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा शुल्क जमा कराने के बाद ही आवेदन की आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। रीट परीक्षा से संबंधित सभी जानकारियां माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। अभ्यर्थी समय रहते आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। लेवल एक व दो के लिए 550 रूपए परीक्षा शुल्क रखा गया है। कोई अभ्यर्थी दोनों लेवल के लिए आवेदन करता है तो उसे 750 रूपए शुल्क देना होगा।
बोर्ड ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि पूरी तरह सोच समझकर एवं जांच कर ही ऑनलाइन आवेदन करे। एक बार ऑनलाइन आवेदन लॉक करने के बाद उसमें अभ्यर्थियों के स्तर पर संशोधन किया जाना संभव नहीं है। अभ्यर्थी यह तय कर लें कि उन्होंने जो भी जानकारियां फीड की है वे पूरी तरह सही, सुस्पष्ट एवं रिकॉर्ड के अनुरूप है। अभ्यर्थी के फीड करते ही सारा डाटा बोर्ड के सर्वर पर सेव हो जाएगा। उसमें अभ्यर्थी के स्तर पर बदलाव नहीं किया जा सकेगा।
बोर्ड सचिव ने बताया कि परीक्षा 27 फरवरी को दो पारियों में आयोजित की जाएगी। प्राथमिक स्तर (लेवल 1) और उच्च प्राथमिक स्तर (लेवल 2) की परीक्षाएं अलग-अलग समय पर होंगी। बोर्ड यह व्यवस्था सुनिश्चित करेगा कि दोनों परीक्षाओं के संचालन में कोई परेशानी न हो। प्रथम पारी की परीक्षा प्रातः 10 बजे से 12.30 बजे तक होगी एवं द्वितीय पारी की परीक्षा दोपहर 3 बजे से सायं 5.30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि परीक्षा प्रत्येक जिला मुख्यालय पर आयोजित की जाएगी। बोर्ड ने यह भी सुनिश्चित किया है कि परीक्षा को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए सख्त सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और निगरानी के लिए विशेष टीमें तैनात की जाएगी।