मेरठ। उत्तर प्रदेश स्थित मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान भगदड़ मच गई। इस दौरान 4 महिलाएं घायल हो गई। इन महिलाओं को तत्काल पास के अस्पताल में ले जाया गया। परतापुर के मैदान में शिव महापुराण की कथा पिछले पांच दिनों से चल रही थी।
आज महाशिवपुराण कथा का आखिरी दिन था। बताया जा रहा है कि ये हादसा कथा पंडाल के एंट्री गेट पर हुआ। एंट्री गेट पर भारी भीड़ होने की वजह से हंगामा मच गया। धक्का-मुक्की के दौरान महिलाएं एक दूसरे पर गिर गईं। अचानक इस अव्यवस्था के बाद वहां भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। महिलाएं बचाव के लिए चीख पुकार करने लगीं। हालात बिगड़ते देख आसपास के लोगों के स्थिति को संभाला और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस भारी सुरक्षा बल के साथ मौके पर पहुंच गई।
शुरुआती जानकारी में ये पता चला है कि कथा के आखिरी दिन पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने खुद स्थिति को संभालने की कोशिश की और सभी घायलों को तत्काल अस्पताल में भेजा गया। हालात संभालने में आसपास के गांव से आए लोगों ने मदद की।
वीआईपी प्रवेश द्वार पर कमेटी की ओर से जारी किए गए पास लेकर खड़े लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। बाउंसरों ने उन्हें अंदर जगह न होने की बात कह कर जाने से रोका। बैरिकेटिंग पार करते समय कई महिलाएं एक दूसरे पर गिर गईं, जिस पर हंगामा हो गया। बाउंसरों ने संभालने का प्रयास किया।
इसी बीच महाराज प्रदीप मिश्रा का वाहन आ गया। व्यवस्था बनाने के प्रयास में पुलिस कर्मियों और बाउंसरों ने भीड़ को हटाया तो फिर धक्का मुक्की हो गई, जिसमे कई महिलाएं व बच्चे भी गिर गए। पास धारियों को रोककर परिचितों को अंदर प्रवेश को लेकर भी श्रद्धालुओं की व्यवस्थापकों से नोंकझोंक हुई।
इस घटना की सूचना मिलते हैं पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई जिसके बाद हालात को संभाला गया। अभी तक अधिकारियों की ओर से घटना पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। जानकारी के मुताबिक एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग गेट बने थे लेकिन ज्यादा भीड़ होने की दशा में सभी लोग एंट्री गेट से ही बाहर भी निकलने लगे जिसकी वजह से ये हादसा हुआ।