विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताई एक साल की उपलब्धियां

अजमेर। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अध्यक्ष पद पर एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर आज मीडियाकर्मियों से संवाद किया। देवनानी ने पिछले एक वर्ष में विधानसभा में किए गए नवाचारों के साथ ही अपने निर्वाचन क्षेत्र अजमेर उत्तर में हुए विकास कार्यों की उपलब्धियां भी बताई। देवनानी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के नाते मिली जिम्मेदारी को जवाबदेही के साथ निभाते हुए अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं के समाधान में भी कोई कसर नहीं रखी गई है।

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने अध्यक्षीय पद के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि आगामी सत्र से विधानसभा पेपरलेस हो जाएगी। सभी 200 विधायकों की सीट पर टेबलेट उपलब्ध रहेंगे। इसके लिए विधायकों को प्रशिक्षण एवं सहयोगी स्टाफ भी मिलेगा। देवनानी ने कहा कि ब्यूराक्रेसी विधानसभा के लिए जवाबदेह रहे यह उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है और इसके लिए वे लगातार काम भी कर रहे है।

पिछली सरकार के करीब 4750 सवालों के जवाब बाकी थे जिसे उन्होंने पदभार संभालने के साथ ही मिशन मोड में लिया और अब तक 80 फीसदी जवाब आ चुके है। अपने कार्यकाल में विधानसभा के म्यूजियम को आमजन के लिए खोला गया है। पिछले 6 महिनों में 12 हजार लोगों ने इसे देखा। इसमें संविधान गैलरी को भी जोड़ा गया और अब स्वतंत्रता सैनानियों के साथ ही महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान जैसे महापुरूषों के चित्र लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही राजस्थान कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का लोकार्पण भी किया जाएगा।

देवनानी ने कहा कि हम अजमेर के नवनिर्माण पर काम कर रहे हैं। पहले बजट जिले को 1500 करोड़ रूपए की सौगातें मिली हैं। कोटड़ा क्षेत्र में नए सैटेलाइट अस्पताल का शिलान्यास हो चुका है। यह अस्पताल 26 करोड़ रूपए की लागत से तैयार होगा। इसमें 50 बैड होंगे। नया अस्पताल बनने से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की एक लाख आबादी को राहत मिलेगी। इसी तरह जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के लिए 200 करोड़ रूपए मंजूर हो गए हैं। शीघ्र ही इस पर काम शुरू होगा।पहली किश्त के रूप में 20 करोड़ रूपए की राशि भी जारी हो चुकी है। इन सेवाओं के उपलब्ध हो जाने से संभाग के मरीजों को उपचार के लिए जयपुर या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

अपने निर्वाचन क्षेत्र अजमेर उत्तर में विकास कार्यों के बारे में बोलते हुए देवनानी ने कहा कि संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में स्पीकर हैल्पडेस्क की शुरूआत की गई। इसमें कम्प्यूटर ऑपरेटर, नर्सिंग इंचार्ज और गार्ड नियुक्त किए गए। इसके जरिए अब तक 1300 से अधिक मरीजों को मदद मिली है, जिसका फीडबैक भी दुआओं के रूप में उन्हें मिला है। यह हैल्पडेस्क 24 घंटे काम कर रही है। यहां चिकित्सकी परामर्श से जुड़ी जानकारियों के साथ ही आपातकालीन मदद भी उपलब्ध करवाई जा रही है।

देवनानी ने बताया कि जेएलएन चिकित्सालय में मल्टी लेवल पार्किंग, पीजी गल्र्स हॉस्टल और नवीन पीडियाट्रिक भवन का उद्घाटन किया गया। लैब में 5 अतिरिक्त सैम्पल कलेक्शन काउण्टर बढ़ाए गए और 20 बैंच लगाकर मरीज व परिजनों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई। चिकित्सालय में ओपीडी में 70 बैंच की संख्या बढाई गई एवं कॉटेज वार्ड की संख्या को भी बढ़ाकर 13 किया गया है। पुष्कर रोड़ स्थित रसायनशाला में पंचकर्म भवन के निर्माण के लिए 78 लाख रूपए स्वीकृत किए।

देवनानी ने बताया कि पानी की समस्या के समाधान के लिए बजट में लगभग 700 करोड रूपए की घोषणाएं की है जो धरातल पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित भी हो रही है। अजमेर उत्तर क्षेत्र के 146 जोन में से 143 जोन में 48 घंटे में जलापूर्ति की जा रही है। उत्तर क्षेत्र के लोहागल, कोटडा और पृथ्वीराज नगर में 3 सर्विस रिजर्वायर स्टोरेज टैंक के निर्माण के लिए भूमि आवंटन हो गया है। थडोली से केकड़ी के मध्य भांसू गांव के समीप एवं गोयला से नसीराबाद के बीच नई पाइपलाईन बिछाने का कार्य 60 करोड़ की लागत से किया जाएगा।

थडोली, केकड़ी, गोयला एवं नसीराबाद पम्प हाऊस को डबल फीडर से जोड़कर बस ट्रांसफर सिस्टम लगाने के काम के लिए 5.50 करोड़ रूपए अलग से स्वीकृत हुए है जिससे बिजली ट्रिपींग के कारण जलापूत्ति समस्याओं से निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि 265 करोड़ रूपए की लागत से बीसलपुर योजना फेस-3 के लिए कॉमन इंटेकवैल मय ट्रांसमिशन लाईन कार्य भी जल्द शुरू होगा।

देवनानी ने बताया कि अजमेर रिंग रोड़ की कार्ययोजना पर तेजी से काम हो रहा है और इसकी डीपीआर बनाई जा रही है। यह रिंग रोड़ 60 किलोमीटर लम्बा बनाया जाना प्रस्तावित है। बारिश के दौरान सड़कों पर जलप्रभाव की समस्या का समाधान करते हुए मास्टर ड्रेनेज प्लान पर भी काम हो रहा है और इसके लिए गठित 9 सदस्य कमेटी 31 दिसम्बर तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

काजीपुरा गांव में खेल महाविद्यालय के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। सरकार की एक जिला-एक खेल योजना के तहत अजमेर को कब्डडी खेल मिला है। इस खेल से जुड़ी प्रतिभाओं को प्रोत्साहन और उचित मंच उपलब्ध कराया जाएगा। शहर में लगभग 2000 लोगों की क्षमता वाले बड़े ऑडिटोरियम के निर्माण के लिए भी भूमि चिन्हित कर ली गई है। यह चिन्हित भूमि नगर निगम के बन रहे नवीन भवन की पीछे की तरफ है। लोहागल में कामकाजी महिला छात्रावास के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है।

उन्होंने बताया कि 37 वर्षों बाद अजमेर में आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विश्वविद्यालय के रूप में दूसरी यूनिवर्सिटी मिली है जिसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गइ है और इसके लिए ओएसडी तय हो गया है और जल्द ही कुलपति भी तय कर लिया जाएगा। आयुर्वेद यूनिवर्सिटी का काम जल्द शुरू होगा। इससे शिक्षा जगत को बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। माकड़वाली में आईटी पार्क रोजगार और तकनीकी नई राह खोलेगा।

अजमेर में आईटी पार्क जल्द ही शुरू होगा। आईटी क्षेत्र के बडे संस्थानों को अजमेर में आईटी पार्क के लिए निवेश हेतु केन्द्र सरकार द्वारा आवश्यक सहयोग मिलेगा। अजमेर में बनने वाले स्पोट्र्स कॉलेज नए खिलाड़ियों, खेल प्रशिक्षकों एवं खेल शिक्षकों की नई पौध तैयार करेगा। स्पोर्ट्स कॉलेज खेल से संबंधित नए राजेगार भी उपलब्ध कराएगा।

इसी तरह एथलेटिक्स अकादमी राज्य में अजमेर को नया मुकाम देगी। अजमेर खिलाडियों की खान रहा है। हम अजमेर को उसका यह प्राचीन वैभव पुनः लौटाएंगे। एथलेटिक्स अकादमी इस खेल के खिलाड़ियों के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि अजमेर का ड्रेनेज सिस्टम भी जल्द पुराने स्वरूप में लाया जाएगा। उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 32 करोड़ रूपए की राशि से नाले व 50 करोड़ की राशि से सड़कों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि दरगाह सम्पर्क सड़क पर नई पुलिस चौकी शुरू कर दी गई है। इस चौकी के बनने से आसपास के क्षेत्रों में अवैध गतिविधियों व अपराधियों पर अंकुश लगेगा तथा कानून का इकबाल बुलंद होगा। हरिभाऊ उपाध्याय नगर में बनने वाले नए पुलिस थाने की लिए भूमि आवंटित हो गई है। नए भवन बनने तक इसे अस्थाई रूप से पुरानी विश्राम स्थली में बने भवन में जल्द शुरू किया जाएगा। नए वर्ष में अजमेर को 50 इलेक्ट्रिक बसे मिलने जा रही है।

महावीर सर्किल से आगरा गेट की तरफ जाते समय बीएसएनएल कार्यालय की लगभग 105 मीटर व डाक-तार विभाग कार्यालय की लगभग 35 मीटर लम्बाई की दीवार को लगभग 10 फीट अन्दर की ओर किया जाएगा। इससे यातायात का दबाव कम हो सकेगा व नागरिकों को हो रही असुविधा भी दूर हो सकेगी और यातायात का संचालन सुगमता से हो सकेगा।