अन्ना विश्वविद्यालय में छात्रा के यौन उत्पीड़न से आक्रोश, एक अरेस्ट

चेन्नई। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में राज्य संचालित प्रतिष्ठित अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में एक छात्रा के साथ बुधवार को दो लोगों द्वारा यौन उत्पीड़न किए जाने की घटना के कारण पूरे परिसर में तनाव है और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

रिपोर्टों में कहा गया है कि छात्रा अपने प्रेमी से बात कर रही थी, इसी दौरान दो अपराधियों ने उसे धमकाया, उसके प्रेमी के साथ मारपीट की और 23 दिसंबर की रात को उसका यौन उत्पीड़न किया।

पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कोट्टूरपुरम पुलिस ने एक 37 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान ज्ञानसेकरन के रूप में हुई है, जो परिसर के पास फुटपाथ पर बिरयानी की दुकान चलाता है और लूटपाट तथा डकैती के कई मामलों में शामिल पाया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि दूसरे व्यक्ति को पकड़ने के लिए तलाश जारी है। इस घटना को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं और एआईडीडब्ल्यूए के सदस्यों ने परिसर के सामने विरोध प्रदर्शन किया और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जे प्रकाश द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने पर आंदोलनकारियों ने अपना विरोध वापस ले लिया।

इस बीच, तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री गोवाई चेझियान ने कहा है कि पुलिस जांच कर रही है और दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) शासन में त्वरित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को फिर से होने से रोकने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर उचित निर्णय लिए जाएंगे।

तमिल भाषा में एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा कि गुइंडी के इंजीनियरिंग कॉलेज की एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस जांच कर रही है। द्रमुक शासन में त्वरित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

संबंधित घटनाक्रम में रजिस्ट्रार ने बयान में कहा कि पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की जांच समिति के समक्ष एक और शिकायत दर्ज की गई है जो विस्तृत जांच करेगी और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि छात्रा एक इमारत के पीछे अपने प्रेमी से बात कर रही थी, इसी दौरान अपराधी ने उसे धमकाया और उसका यौन उत्पीड़न किया। वैज्ञानिक और मजबूत सबूतों के आधार पर ज्ञानशेखरन को गिरफ्तार कर लिया गया और उसने अपराध करना कबूल कर लिया है।

अखिल भारतीय अन्ना द्रमुक (अन्नाद्रमुक), भारतीय जनता पार्टी सहित विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की और आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है और मौजूदा शासन में दोषियों को छोड़कर किसी के लिए कोई सुरक्षा नहीं है।

अन्ना द्रमुक के महासचिव एवं विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने इस घटना को शर्मनाक बताया। वहीं, पीएमके संस्थापक डॉ एस रामदास ने इस घटना पर आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि यह शहर के केंद्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में हुई और यह कड़ी निंदा योग्य है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने घटना पर आक्रोश व्यक्त किया और मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से अपराधियों को सजा दिलाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि द्रमुक सरकार कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में विफल रही है और अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं तथा महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। अभिनेता एवं टीवीके संस्थापक विजय और एनटीके नेता सीमन ने भी घटना की निंदा की है।