देसूरी। पाली जिले के देसूरी उपखंड स्थित डायलाना कलां ग्राम के खेल मैदान में बुधवार को आयोजित हुए श्री मारवाड़ मेघवाल सेवा संस्थान के नवें प्रतिभा संपन्न समारोह के मुख्य वक्ता लेखक भंवर मेघवंशी ने कहा कि सबसे ज्यादा शोध बाबा साहब पर हो रहे है और सबसे महंगी जीवनियां उनकी लिखी जा रही है। प्रतिभाएं उनके जीवन से प्रेरणा लेकर देश के विकास व समाज को उन्नतिशील बनाने में अपना योगदान दें।
उन्होंने बताया कि बाबा साहब ने पे बेक टू सोसायटी की अवधारणा समाज के सामने रखी थी। जिसके मुताबिक समाज से हम लेते ही रहे और नहीं लौटाए तो एक खेत की तरह बंजर हो जाएंगे। उन्होंने कमाई का दो फीसदी हिस्सा समाज के विकास के लिए निकालने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा समाज के बच्चे असंभव सपने को संभव कर दिखाए। भारत सरकार विदेश पढ़ने के लिए करोड़ों खर्च करती है। हम शिक्षा में आगे बढ़ाकर हमारे बच्चों को इतनी ताकत दें कीं वे जरूरत पड़ने पर संयुक्त राष्ट्र संघ में अपनी आवाज उठा सके। उन्होंने कहा कि बच्चे सोशल मीडिया की निरर्थक बहसों में न फंसे। सबको अपनी उपासना का अधिकार हैं। उनका सम्मान करें। उन्होंने बच्चो को अंग्रेजी शिक्षा देने व समाज को राजनीतिक शक्ति बनाने की अपील की।
मुख्य अतिथि पेंशनर एवं पेंशन कल्याण विभाग के निदेशक डॉ.देवराज ने कहा कि वे इस आयोजन में महिलाओं की तादाद देखकर वे गदगद हैं और उनके योगदान से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब समाज के कार्यक्रमों में महज दर्शक नहीं, बल्कि अतिथि का दर्जा पाए तो समाज के विकास का मानदण्ड बढ़ जाएगा।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए संस्थान सरंक्षक पूर्व मंत्री अचलाराम मेघवाल ने संस्थान का परिचय देते हुए गतिविधियों व कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया और कहा कि सम्मानित हो रही प्रतिभाए न केवल समाज की धरोहर है, वरन देश की प्रगति में भी अपना योगदान देंगी। उन्होंने बच्चों के विकास में माता की भूमिका की महत्ता बताते हुए घूंघट प्रथा त्यागने की अपील की।
मोटिवेटर ज्ञान ज्योति संस्थान उदयपुर के निदेशक इंजी. राहुल मेघवाल ने कहा कि पांव में अच्छा जूता और पास में स्मार्टफोन नहीं होगा तो चलेगा लेकिन हाथ में कलम होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बड़े बुजुर्गों ने सब कुछ बेचा होगा, लेकिन समाज का ईमान नही बेचा, बड़े बुजुर्गों ने बड़ी मेहनत व संघर्षों से नई पीढ़ी को आगे बढ़ाया हैं।
समारोह के विशिष्ठ अतिथि एलआईसी मंडल प्रबंधक मांगीलाल भटनागर ने कहा कि प्रतिभाएं समाज की गौरव हैं। इन्हें आगे बढ़ाने की चिंता समाज के हर विकसित व्यक्ति को करनी होगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने बाबा साहब अम्बेडकर व भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ववलन कर किया। बाद में अतिथियों व समारोह में भोजन व्यवस्था के लाभार्थी विरमचंद रमैया, कन्हैयालाल पुत्र हीराराम व उनके परिजनों सहित विभिन्न व्यवस्थाकर्ता एवं आर्थिक सहयोगकर्ता भामाशाहों का संस्थान पदाधिकारियों ने माला-साफा, दुपट्टा पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। आगुन्तुकों का संस्थान अध्यक्ष महेंद्र लोंगेशा ने आभार प्रकट किया। संचालन रमेश सरेल, खरताराम, प्रकाश मोबारसा व सुरेश भाटी ने किया।
प्रतिभाओं को अतिथि का दर्जा देकर किया सम्मान
इस समारोह में दसवीं के टॉपर विभांशु मेघवाल नारलाई, आर्यवीर राठौड़ नाड़ोल, शुभम पंवार बागोल, साक्षी पंवार कोलर, गायत्री कुमारी नया गांव, बारहवीं के टॉपर उम्मेद भाटी अणेवा, पूजा परमार बागोल, धीरज सुमन गुडा पृथ्वीराज, ज्योत्सना राज नारलाई, एनईईटी के हर्षित कुमार भटनागर सादडी व दिव्यराज मेघवाल नारलाई को गोल्ड कोटेड मैडल से सम्मानित किया गया।
इनमें से टॉपर दसवीं के टॉपर विभांशु मेघवाल नारलाई, आर्यवीर राठौड़ नाड़ोल व हर्षित कुमार भटनागर सादडी को मंचासीन कर अतिथि का दर्जा दिया गया। समारोह में 140 से अधिक प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। जिनमें से 21-21 प्रतिभाएं गोल्ड कोटेड व सिल्वर मेडल व विभिन्न दानदाताओं की तरफ से वरीयता प्राप्त प्रतिभा को धनराशि से नवाजा गया। सभी प्रतिभाओं को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, दुपट्टा, फ़ाइल फोल्डर, पेन व अम्बेडकर चित्र भेंट किए।
अगला आयोजन अब विरमपुरा रेबारियान में
इस समारोह में अगले दसवें प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित करने की घोषणा की गई। यह घोषणा करने पर विरमपुरा रेबारियान के मेघवाल समाज प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। इसी समारोह में संस्थान भूखण्ड पर नए भवन के लिए कमरों के निर्माण की घोषणाएं की।
कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहे पदाधिकारी’
आठवें प्रतिभा सम्मान समारोह को सफल बनाने में संस्थान के सरंक्षक पूर्व मंत्री अचलाराम मेघवाल, लक्ष्मण बेगड़, जिला उपाध्यक्ष प्रमोद पाल सिंह, जिला सचिव नारायणलाल तंवर, जिला प्रतिनिधि रमेश भाटी, देसूरी शाखा के अध्यक्ष महेंद्र लोंगेशा घाणेराव, सलाहकार टीकमराम भाटी, मांगीलाल गहलोत, भानाराम मोबारसा, तुलसीराम बोस, नारायणलाल तंवर, चुन्नीलाल लौगेंशा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैलाश मोबारसा नारलाई, उपाध्यक्ष मूलाराम परमार आना, सचिव भूराराम मोबारसा राजपुरा, कोषाध्यक्ष नेमाराम राठौड़ डायलाना कलां, सहसचिव नेनाराम सोलंकी देसूरी, सहकोषाध्यक्ष पंकज मकवाणा डायलाना कलां, कार्यालय सचिव ढलाराम राठौड़ नाडोल, भरत लोंगेशा घाणेराव, प्रचार मंत्री छोगाराम दादाई, लखमाराम माधव गुडा जाटान, विधि सलाहकार श्रीपाल मेघवाल, विनोद मेघवाल, भारती मेघवाल नारलाई, डॉ.पूजा रिण्डर सादडी, मीना गौड़ देसूरी, मनीषा लोंगेशा, भावना मेघवाल सहित सभी स्थाई प्रतिनिधि, ग्राम प्रभारी व डायलाना कलां के निवासी जुटे रहे।