हरियावत रावल परिवार पाली ने मृतकभोज नहीं करने का लिया संकल्प

पाली। हरियावल रावल परिवार ग्राम नौख (ब्यावर) हाल शिव कालोनी पुलिस लाईन पाली ने मां बृजकंवर धर्म पत्नी स्मृति शेष सुमेरदान के बाहरवें पर आज पुत्र भंवरसिंह, जब्बरसिंह, देवीसिंह, दशरथसिह पोत्र महेंद्र सिंह, गजेन्द्र सिंह, विरेन्द्र सिंह डाक्टर रोहित रावल ने एक स्वर होकर मां के पीछे मृतक भोज नहीं करने और मां की स्मृति में वृक्षारोपण कर देखभाल का संकल्प लिया।

परिवार के बुजुर्ग शिक्षक भंवरसिंह ने बताया कि मां बृजकंवर ने 90 वर्ष की आयु प्राप्त कर 1 जनवरी को मृत्यु का वरण किया था। शास्त्रों के अनुसार मृत्यु भोज खाने वाले की ऊर्जा नष्ट हो जाती है। महाभारत के अनुशासन पर्व में लिखा है कि जिस परिवार में मृत्यु जैसी विपदा आई हो उसके साथ इस संकट की घड़ी में तन, मन, धन से सहयोग करें। परंतु बारहवीं या तेरहवीं पर मृतक भोज का पुरजोर बहिष्कार करें।

हमने इसी शास्त्र मर्यादा अनुसार बाहरवें पर घर की शुद्धि के लिए पंडित प्रदीप शर्मा को घर बुलाकर घर हवन करवाया तथा मृतक भोज की जगह बहन बेटी और रिश्तेदारों को बुलाकर कर्मकांड करवाया। जिससे लोगों में इस सामाजिक कुरीति के विरूद्ध जनजागरण को बल मिले।

हरियावल परिवार के इस साहसिक निर्णय की समाज सहित बस्ती में सर्वत्र सराहना की जा रही है। इस अवसर पर अशोक माली, शैतान सिंह रावल, प्रकाश कुमार गौतम, कल्याण सिंह रावल, कानसिंह, करणीसिंह सहित समाज के गणमान्य जन मौजूद रहे।