अजमेर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि एलोपैथी के साथ ही अजमेर अब आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का भी हब बनने जा रहा है और अजमेर में स्थापित होने वाला आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा व योग चिकित्सालय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को नए आयाम देगा और लोगों को विशेषज्ञ सेवाएं मिलेंगी।
देवनानी ने शनिवार को पुष्कर रोड़ स्थित रसायनशाला में नए भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह रसायनशाला में बनने वाला नया भवन एवं यहां पंचकर्म व अन्य चिकित्सा पद्धतियों की उपलब्धता बड़ी संख्या में लोगों को राहत देगी।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए देवनानी ने कहा कि नई सरकार में नए अजमेर की नींव रखी जा रही है। अजमेर में सैकड़ों करोड़ रूपए के विकास कार्यों की शुरूआत हो रही है। यह कार्य अजमेर के विकास में एक नया मील का पत्थर साबित होंगे। अजमेर के लोगों को अब चिकित्सा में विशेषज्ञ सेवाओं के लिए जयपुर, दिल्ली का रूख नहीं करना पड़ेगा। उन्हें खुद के शहर में एलोपैथी एवं आयुर्वेदिक सेवाएं उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद भारतीय सनातन संस्कृति का अहम अंग रहा है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में आयुर्वेद का विशेष महत्व बताया गया है। सदियों से आयुर्वेद भारत में चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण अंग रहा है। एलोपैथी चिकित्सा पद्धति आने के बाद भी देश में आयुर्वेद का महत्व बरकरार रहा।
भारतीय जन मानस में आयुर्वेद को लेकर एक विशेष लगाव है और इसकी सफलता के हजारों उदाहरण भी हमारे सामने हैं। इन्हीं विशेषताओं को देखते हुए राजस्थान में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है और अजमेर को इसके केन्द्र बिन्दु में रखकर काम हो रहा है।
देवनानी ने कहा कि पुष्कर रोड़ स्थित रसायनशाला का विकास भी अजमेर के लिए एक बड़ी सौगात है। यहां आगामी छह महीने में काम पूरी तरह शुरू हो जाएगा। आमजन को पंचकर्म एवं अन्य आयुर्वेद चिकित्सा पद्धतियों का लाभ उपलब्ध होगा। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को पाबंद किया कि तय समय सीमा में इसकी शुरूआत करें।
इस अवसर पर विधायक चन्द्रभान आक्या, अध्यक्ष रमेश सोनी, आयुर्वेद विभाग के निदेशक आनन्द कुमार शर्मा, अतिरिक्त निदेशक मेघना चौधरी तथा अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
सेवा कार्य और सादगी से मनाया विधानसभा अध्यक्ष देवनानी का जन्मदिन