शिक्षक संघ राष्ट्रीय का ऐतिहासिक प्रदेश सम्मेलन सांवलिया जी में संपन्न

शिक्षक ही राष्ट्र के नीति निर्माता और पथ प्रदर्शक : गौतम दक
सांवलिया जी। शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश सम्मेलन में आज द्वितीय दिवस पर सुबह 8:45 बजे प्रदेश कार्यकारिणी का बैठक सत्र सरस्वती वंदना से प्रारंभ हुआ। सभी संभागों से पधारे प्रदेश कार्य कार्यकारिणी सदस्यों, जिला अध्यक्ष जिला मंत्री, जिला महिला मंत्री का परिचय हुआ।

सत्र में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर, शिक्षक संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा, घनश्याम प्रदेश संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान, राज नारायण शर्मा संरक्षक शिक्षक संघ राष्ट्रीय, संपत सिंह सभाध्यक्ष, महेंद्र लखारा महामंत्री शिक्षक संघ राष्ट्रीय की गरिमामयी उपस्थिति रही।

प्रदेश महामंत्री महेंद्र लखारा ने जयपुर में अगस्त माह में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की गत बैठक में लिए गए निर्णयों वर्ष पर्यन्त चलने वाले जयदेव पाठक एवं राजमाता अहिल्याबाई होलकर जन्म जयंती कार्यक्रमों, हमारा विद्यालय हमारा तीर्थ कार्यक्रम, कर्तव्य बोध दिवस प्रत्येक उप शाखा में मनाया जाने की समीक्षा की एवं उनसे संबंधित अभी तक की समस्त जानकारी सभी जिलाध्यक्ष जिला मंत्री से ली गई।

प्रदेश महामंत्री ने बताया कि हम समाज के अभिन्न अंग है समाज के लोगों, अभिभावकों, छात्रों के माध्यम से समाज में वर्तमान में चल रहे ज्वलंत विषयों की जानकारी लेने हेतु उपशाखा स्तर पर टोली का निर्माण करने की बात कही।

प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने बताया की शिक्षक संघ राष्ट्रीय 225000 से अधिक सदस्यता वाला देश का सबसे बड़ा संगठन है। उन्होंने संगठन की सदस्यता के साथ-साथ गुणात्मकता पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सम्मेलन का कार्यक्रम शिक्षक संघ राष्ट्रीय के यूट्यूब चैनल पर 20000 से अधिक लोगों ने देखा एवं 27000 लोगों ने ट्विटर के माध्यम से अपना समर्थन दिया।

उन्होंने शिक्षक संघ राष्ट्रीय के एप का निरंतर प्रयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं की प्रशिक्षण, उनकी चिंताएं तथा संगठन के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षात्मक जानकारी ली। शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश संगठन मंत्री घनश्याम ने सांवरिया सेठ में हुए इस ऐतिहासिक सम्मेलन के लिए प्रदेश कार्यकारिणी, जिला अध्यक्ष एवं जिला मंत्री को बहुत-बहुत शुभकामनाएं अभिनंदन किया।

उन्होंने पंच परिवर्तन कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, स्व की धारणा ,नागरिक अनुशासन और इसके साथ साथ सामाजिक अध्ययन और विमर्श के विषयों को प्रभावी रूप से कार्यान्वित करने के लिए उपशाखा स्तर पर ठोस कार्य योजना बनाने पर जोर दिया। उन्होंने संगठन के कार्य विस्तार दृढ़ीकरण, कार्यकर्ता निर्माण एवं विकास के लिए निरंतर प्रवास करने पर बल दिया।

इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ सांसद जोशी ने कहा कि हमारे देश में संपूर्ण समाज में आचार्य देवों भव: का भाव शिक्षकों के प्रति रखा जाता है। उन्होंने बताया कि देश में शिक्षकों के प्रति सम्मान अन्य सभी सेवाओं की अपेक्षा बहुत अधिक होता है क्योंकि शिक्षक एक एक बालक को गढने, आकार देकर, योग्य बनाने का कार्य करता है।

उन्होंने कहा शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने सदैव केवल शिक्षकों के अधिकारों ही नहीं बल्कि उनके कर्तव्यों के प्रति भी बहुत ही प्रेरणादाई कार्य किया है। देश की नीति के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका का भी उन्होंने उल्लेख किया। उन्होंने प्रदेश सम्मेलन में पधारे सभी शिक्षकों का अभिनंदन भी किया। उन्होंने कैबिनेट द्वारा आठवें पे कमीशन लागू करने हेतु सभी कर्मचारी शिक्षकों को बधाई दी।

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने बताया कि हमारा संगठन राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक, शिक्षक के हित में समाज के ध्येय पर चलने वाला एकमात्र संगठन है। उन्होंने कहा कि हम आंदोलन करने में विश्वास नहीं करते बल्कि सम्पूर्ण शिक्षा में आमूल चूल परिवर्तन लाने के लिए संगठन दूर दृष्टि से कार्य करता है। उन्होंने बताया कि शिक्षक का एक भी आंसू गिरा तो वह प्रलय का कारण बन सकता है। प्रलय और निर्माण दोनों शिक्षक की गोद में पलते हैं।

शिक्षक का सरल शब्दों में अर्थ है समाधान। हमें पूर्व जन्मों के अच्छे कर्मों से शिक्षक का जो दायित्व मिला है उसे पूरी लगन और मेहनत से निभाना चाहिए और भारत को पुन: विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने में शिक्षकों की महत्व भूमिका का उन्होंने उल्लेख किया। उन्होंने मेरा विद्यालय मेरा तीर्थ विषय को संपूर्ण विद्यालयों में अपनाने की बात कही। उन्होंने सत्य सनातन, शाश्वत भारत, चिन्मय भारत, विकसित भारत बनाने पर जोर दिया।

कोटा खुला विश्वविद्यालय के कुलगुरु कैलाश चंद्र सोढ़ानी ने कहा कि स्वतंत्रता का तो आंदोलन ही शिक्षकों के माध्यम से प्रारंभ हुआ। भारत के संपूर्ण विकास के जनक शिक्षक ही हैं। उन्होंने बताया की आधुनिक एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में नई शिक्षा नीति मिल का पत्थर साबित होगी उसके सफल क्रियान्वयन में शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भारत आज विश्व की सबसे तेज उभरती हुई अर्थव्यवस्था बन गई है।

उन्होंने कहा कि आधारभूत आवश्यकताओं रोटी, कपड़ा और मकान के साथ-साथ हमें धर्म धर्म की मजबूती के लिए भी प्रयास करना पड़ेगा। आज ज्ञान के अमृत को विद्यार्थी व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक, यू ट्यूब में ढूंढता है, इस पर हमें विचार की आवश्यकता है। एप्पल अमेजॉन गूगल जैसे नई डिजिटल सामंतो के एकाधिकार को भी शिक्षकों को ही रोकना है। हमारे देश की योग्यताओं को विदेश की ओर प्लान करने से भी रोकना होगा।

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया एवं इस शिक्षक कुंभ में पधारे सभी शिक्षक बांधों का संगठन के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया उन्होंने सभी 33000 संविदा कर्मियों के तीन माह में नियमितीकरण, कंप्यूटर अनुदेशकों के नाम परिवर्तन, स्नान हेतु कुंभ स्नान हेतु अवकाश प्रदान करने, सभी संवर्गों की पदोन्नति स्थानांतरण की मांग प्रमुखता से उठाई।

इस अवसर पर राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री गौतम दक ने विद्यालयों में संस्कार युक्त शिक्षा देने के लिए शिक्षक संघ राष्ट्रीय से जुड़े शिक्षकों का अभिनंदन किया एवं शिक्षकों को ही राष्ट्र का नीति निर्माता और पथ प्रदर्शक बताया। उन्होंने संगठन की अधिकतम सदस्यता करने वाले प्रथम बूंदी जिला, द्वितीय दूदू जिला, तृतीय सिरोही जिले के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया।

शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने शिक्षकों के इस महाकुंभ में राजस्थान भर से पधारे सभी शिक्षक साथियों का अंत:करण से स्वागत अभिनंदन किया साथ ही साथ उन्होंने कहा कि 2047 के प्रधानमंत्री के विकसित भारत के आव्हान में शिक्षक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह संगठन राष्ट्र प्रथम की भावना से कार्य करने वाला संगठन है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हमारे शुचिता, संस्कार, अचार विचार इस प्रकार हो कि हमारी आने वाली पीढ़ियां संस्कारवान बने।

संगठन के उदयपुर संभाग अध्यक्ष एवं प्रदेश सम्मेलन के संयोजक कैलाश सुथार ने कार्यक्रम के आयोजन में भागीदारी निभाने वाले सभी कार्यकर्ताओं, प्रदेश कार्यकारिणी एवं पधारे सभी शिक्षक बंधुओं का आभार व्यक्त किया। संचालन संगठन के प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने किया। अंत में कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।