नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि किसी आइडिया को सफल बनाने के लिए लगन और उसके प्रति आकर्षण सबसे जरूरी है।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में कहा श्री स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था जिस व्यक्ति में अपने आइडिया को लेकर जुनून होता है वही अपने लक्ष्य को हासिल कर पाता है। उन्होंने कहा कि किसी आइडिया को सफल बनाने के लिए हमारा उसके प्रति आकर्षण और लगन सबसे जरूरी होता है। पूरी लगन और उत्साह से ही इन्नोवेशन, रचानत्मकता और सफलता का रास्ता अवश्य निकलता है।
मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर मुझे विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला। यहां मैंने देश के कोने-कोने से आए युवा-साथियों के साथ अपना पूरा दिन बिताया। युवाओं ने स्टार्टअप, संस्कृति, महिला, युवा और इंफ्रा जैसे कई क्षेत्रों को लेकर अपने आइडिया शेयर किए। यह कार्यक्रम मेरे लिए बहुत यादगार रहा।
छोटे शहरों में स्टार्टअप में आधे से अधिक का नेतृत्व कर रही है बेटियां: मोदी
मोदी ने आज कहा कि नगालैंड जैसे राज्य में पिछले साल स्टार्टअप के पंजीयन में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और छोटे शहरों में स्टार्टअप में से आधे से ज्यादा का नेतृत्व बेटियां कर रही हैं। मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही स्टार्टअप इंडिया के नौ साल पूरे हुए हैं। जितने स्टार्टअप नौ साल में बने हैं उनमें से आधे से ज्यादा टियर 2 और टियर 3 शहरों से हैं।
इसका मतलब है कि हमारा स्टार्टअप संस्कृति बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है। अंबाला, हिसार, कांगड़ा, चेंगलपट्टु, बिलासपुर, ग्वालियर और वाशिम जैसे शहर स्टार्टअप के केन्द्र बन रहे हैं। अवशिष्ट प्रबंधन, गैर नवीनीकरण ऊर्जा, बॉयोटेक्नोलॉजी और लॉजिस्टिक ऐसे क्षेत्र हैं जिनसे जुड़े स्टार्टअप सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं। ये परंपरागत क्षेत्र नहीं हैं लेकिन हमारे युवा-साथी भी तो परंपरा से आगे की सोच रखते हैं इसलिए उन्हें सफलता भी मिल रही है।
उन्होंने कहा कि 10 साल पहले जब कोई स्टार्टअप के क्षेत्र में जाने की बात करता था तो उसे तरह-तरह के ताने सुनने को मिलते थे। कोई ये पूछता था कि आखिर स्टार्टअप होता क्या है। तो कोई कहता था कि इससे कुछ होने वाला नहीं है। लेकिन अब देखिए एक दशक में कितना बड़ा बदलाव आ गया। आप भी भारत में बन रहे नए अवसरों का भरपूर लाभ उठाएं। अगर आप खुद पर विश्वास रखेंगे तो आपके सपनों को भी नई उड़ान मिलेगी।