महाकुंभ नगर। जाने माने उद्योगपति गौतम अदाणी मंगलवार को कहा कि वह महाकुंभ की भव्यता से अभिभूत हैं और मां गंगा का आशीर्वाद लेने यहां आए हैं।
अदाणी आज दोपहर सपरिवार प्रयागराज पहुंचे और त्रिवेणी में स्नान एवं पूजन अर्चन किया। उनके साथ पत्नी डॉक्टर प्रीति अदाणी, चेयरपर्सन अदाणी फाउंडेशन, उनके बेटे करण अदाणी, बहू परिधि अदाणी और उनकी पोतियां भी थीं। उनके साथ जीत अदाणी भी कुंभ में मौजूद रहे।
इस मौके पर गौतम अदाणी ने ने कहा कि उनके छोटे पुत्र जीत का विवाह सात फरवरी को है और पूरा परिवार मां गंगा से आशीर्वाद लेने यहां आया है। उन्होंने कहा कि विवाह परिवार के साथ ही सादगी के साथ संपन्न किया जाएगा।
महाकुंभ की भव्यता से अभिभूत अदाणी ने कहा कि इतने वृहद आयोजन के प्रबंधन से कारपोरेट घरानों को भी सीखने की जरुरत है। महाकुंभ में सुरक्षा कर्मियों, सफाई कर्मी समेत हर एक का अहम योगदान है। महाकुंभ के भव्य आयोजन के लिए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरे देशवासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हैं।
उत्तर प्रदेश में विकास कार्यो की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि 25-26 करोड़ की आबादी वाले राज्य में विकास की प्रचुर संभावनाएं हैं और अदाणी समूह विकास के इस कार्य में सदैव उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा है।
गौतम अदाणी सुबह तकरीबन 12:30 बजे इस्कॉन में पहुंचे जहां पर उन्होंने इस्कॉन की रसोई में प्रसाद बनाने में भी हिस्सा लिया। डॉक्टर प्रीति अदाणी ने अपनी बहू परिधि अदाणी के साथ रोटियों पर घी लगाया और मटर छीलीं। उसके बाद उन्होंने प्रसाद वितरण किया और सपरिवार प्रसाद ग्रहण किया।
उसके बाद वह नाव से संगम स्थल पहुंचे जहां उन्होंने स्नान एवं पूजा अर्चना की। संगम दर्शन के बाद वह अभिभूत नजर आए। स्नान एवं पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गई हैं।
कुंभ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूं। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे।
गौतम अदाणी इसके बाद गीता प्रेस के पंडाल गए जहां पर उन्होंने आरती संग्रह का वितरण किया। गौरतलब है कि गौतम अदाणी ने गीता प्रेस के साथ मिल कर एक करोड़ आऱती संग्रह वितरित करने और इस्कॉन के साथ मिलकर प्रतिदिन एक लाख लोगों को भोजन कराने का संकल्प लिया है। अदाणी शंकराचार्य मंदिर विमान मंडप के दर्शन करने के उपरांत अहमदाबाद लौट गए।