जयपुर। दुनियां का सबसे बड़ा साहित्यिक आयोजन कहा जाने वाला जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) 30 जनवरी से तीन फरवरी तक राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित होगा और इसकी तैयारियां जोरशोर से की जा रही है।
होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल की मंगलवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की गई। इस अवसर पर फेस्टिवल की आयोजक कंपनी टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के रॉय और क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटेल्स के प्रबंध निदेशक अपूर्व कुमार ने बताया कि जेलएफ के 18वें संस्करण के आयोजन के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।
उन्होंने साहित्यिक उत्सव में तय किए गए कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नोबेल-बुकर पुरस्कार विजेताओं से लेकर, नीति-निर्माताओं और प्रसिद्ध लेखकों समेत लगभग 600 हस्तियां इस बार फेस्टिवल में शामिल होंगी।
उन्होंने बताया कि नूपुर संस्थान के सहयोग से साइन लैंग्वेज और इन्टरप्रिटेशन सेशन्स इस बार भी फेस्टिवल का हिस्सा होंगे जो हर व्यक्ति तक विचारों को पहुंचाने की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। दक्षिण एशिया का अग्रणी प्रकाशन-सम्मेलन जयपुर बुक मार्क (जेबीएम), अनुवाद, कहानी कहने के नए तरीकों और प्रकाशन के भविष्य में एआई की भूमिका को चर्चा के केंद्र में रखते हुए अपना 12वां वर्ष मनाएगा। उत्सव में 110 स्कूल आउटरीच प्रोग्राम होंगे।
उन्होंने बताया कि फेस्टिवल में प्रतिष्ठित कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार एक प्रमुख आकर्षण रहेगा जो कविता के क्षेत्र में प्रदान दिया जाता है और इस बार यह हिंदी के प्रख्यात कवि बद्री नारायण को दिया जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार उनकी साहित्यिक प्रतिभा और समाज में परिवर्तन लाने वाली शक्ति के रूप में कविता को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाकर साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष फेस्टिवल की थीम उन कथाओं पर आधारित है जो हमारी दुनिया को आकार देती हैं और उन पुस्तकों का जश्न मनाती है जो कल्पना को नई उड़ान देती हैं। मुख्य विषयों में द फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड शामिल है, जिसमें वर्तमान वैश्विक-राजनीति, युद्ध और संघर्ष पर सत्र होंगे, साथ ही थिएटर, नृत्य, संगीत, कविता, सिनेमा, खेल, भोजन, जलवायु और कई अन्य विषयों पर भी सत्र होंगे।
इन क्षेत्रों के प्रसिद्ध विशेषज्ञ संवाद को समृद्ध बनाने के लिए फेस्टिवल का हिस्सा होंगे। जेएलएफ विचारों, रचनात्मकता और सबके साथ का जश्न है जो दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण साहित्यिक घटना के रूप में एक मजबूत उपस्थिति दर्ज करेगा। इसके अतिरिक्त, डियाजियो के गोडावण को 18वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025 का सेलिब्रेशन पार्टनर घोषित किया गया।
राय ने बताया कि इसमें भाग लेने के लिए 103 देशों से कई प्रसिद्ध लोगों ने अपना पंजीयन कराया हैं जिनमें अमरीका, इंग्लैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, नाइजीरिया, रुस आदि शामिल हैं। इस वर्ष अभिजीत बनर्जी, अमिताभ कांत, एंड्रयू ओ’हागन, अनीता आनंद, अन्ना फंडर, अमोल पालेकर, अनिरुद्ध कनिसेटी, बार्नबी रोजर्सन, बेंजामिन मोजर, कावेरी माधवन सहित पुरस्कार विजेता कई वक्ता इसमें भाग लेंगे।
साथ ही- क्लाउडिया डी राम, डेविड हेयर, डेविड निकोल्स, एस्तेर डुफ्लो, फियोना कार्नारवोन, गीतांजलि श्री, गैथ अब्दुल-अहद, गिदोन लेवी, गोपालकृष्ण गांधी, इजोमा ओलुओ, इम्तियाज अली, इरा मुखोटी, इरेनोसेन ओकोजी, जावेद अख्तर, जेनी एर्पेनबेक, जो बॉयड, जॉन वैलेंट, कैलाश सत्यार्थी, कल पेन, कल्लोल भट्टाचार्जी, कैटी हेसल, लामोर्ना ऐश, लिंडसे हिल्सम, मैत्री विक्रमसिंघे, मानव कौल, मनु एस. पिल्लई, मैट प्रेस्टन, मिरियम मार्गोलिस, मोहिंदर अमरनाथ, नाथन थ्रॉल, पंकज मिश्रा, पीटर सरिस, फिलिप मार्सडेन, फिलिप सैंड्स, प्राजक्ता कोली, प्रयाग अकबर, प्रियंका मट्टू, राहुल बोस, रंजीत होसकोटे, रॉबर्ट सर्विस, रोम व्हिटेकर, शाहू पटोले, सोफी रॉबर्ट्स, स्टीफन ग्रीनब्लाट, स्टीफन आर प्लैट, सुनील अमृत, सुसान जंग, स्वानंद किरकिरे, तरुण खन्ना, टीना ब्राउन, टिम मैकिन्टोश- स्मिथ, वी. वी. गणेशनथन, वेंकी रामकृष्णन, यारोस्लाव ट्रोफिमोव और युवान एवेस इस बार फेस्टिवल का हिस्सा होंगे। यह प्रतिभा, परंपरा और सहयोग का महासंगम है जो इसे एक बेमिसाल फेस्टिवल बनाता है।
उन्होंने बताया कि इस बार इस उत्सव में खाने पर भी विशेष सत्र का आयोजन होगा जिसमें कई अंतर्राष्ट्रीय शेफ भाग लेंगे। कुमार ने कहा कि यह उत्सव सांस्कृतिक और बौद्धिक एकता का प्रतीक है जिसकी प्रेरणा जयपुर की समृद्ध विरासत है। यह दुनिया को राजस्थान से जोड़कर, संवाद, समावेशिता और प्रगति को प्रोत्साहित करता है जो क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटल्स के मिशन का भी मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि साहित्य उत्सव एवं जयपुर की मेहमाननवाजी की जुगलबंदी दूर तक पहुंचेगी।
पुरस्कार विजेता लेखिका और फेस्टिवल सह-निदेशक नमिता गोखले ने कहा कि जनवरी में जब दुनिया भर के लोग जयपुर आते हैं और इस तरह जयपुर भी पूरी दुनिया से जुड़ता है। गुलाबी शहर की शानदार विरासत, परंपरा और आधुनिक महानगरीय जीवन का मिश्रण इस फेस्टिवल की मूल प्रेरणा है। हम जयपुर के प्रतिभाशाली युवा लेखकों, कवियों के साथ-साथ पाबूजी का फड़ की पवित्र मौखिक कथा परंपराओं को मंच पर लाते हैं।
हम विश्नोई समुदाय के पर्यावरण-प्रेमी कार्यकर्ताओं को फेस्टिवल का हिस्सा बनाकर गौरवान्वित महसूस करते हैं। हम दुनिया भर की संस्कृतियों और महाद्वीपों से से प्राप्त की गई जरूरी बातें साझा करते हैं। अब चूंकि दुनिया का सबसे बड़ा साहित्यिक महोत्सव फिर से शुरू हो रहा है तो हम इस ऐतिहासिक शहर और राजस्थान राज्य के उन लेखकों, विचारकों और सपने देखने वालों को उनकी गर्मजोशी और मेहमान नवाजी के लिए धन्यवाद कहते हैं जो हमारी दुनिया की नए सिरे से कल्पना करने में हमारी मदद करते हैं।
टीमवर्क आर्ट्स की अध्यक्ष प्रीता सिंह ने कहा कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 18 अविश्वसनीय वर्षों का जश्न मनाते हुए हम अपने सहयोगी -ब्रांड्स, राजदूतों, फाउंडेशनों और मीडिया के बहुमूल्य समर्थन और सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। साथ मिलकर हम दुनिया के 400 मिलियन से अधिक लोगों तक पहुंचे हैं।
फेस्टिवल के नियमित आयोजन जैसे कि जयपुर बुकमार्क और जयपुर म्यूजिक स्टेज जारी रहेंगे जहां जयपुर बुकमार्क और इसकी बी2बी शाखा है, जो किताबों और प्रकाशन के व्यवसाय से संबंधित है वहीं फेस्टिवल की पहली तीन शामों में आयोजित होने वाले जयपुर म्यूजिक स्टेज में विश्व के लोकप्रिय कलाकार लाइव प्रस्तुति देते हैं। इसके साथ ही हस्त निर्माण कला, फेस्टिवल बाजार, फेस्टिवल-स्टोर, फूड स्टॉल्स, कला प्रतिष्ठान, नेटवर्किंग कार्यक्रम समेत कई अन्य कार्यक्रम भी फेस्टिवल का हिस्सा होंगे।