बागपत। उत्तर प्रदेश में बागपत के बड़ौत कस्बे में भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू चढ़ाने को बनाया गया लकड़ी व बांस का पैड टूटने से तीन महिलाओं समेत सात श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई जबकि आठ पुलिसकर्मियों समेत करीब 50 श्रद्धालु घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बड़ौत के गांधी रोड पर यह हादसा मंगलवार सुबह उस समय हुआ जब जैन कालेज परिसर में बने मानस्तम्भ पर भगवान आदिनाथ का निर्माण लड्डू चढ़ाने के लिए श्रद्धालु लकड़ी व बांस के बने सीढ़ीनुमा पैड पर चढ़कर मानस्तंभ पर विराजमान भगवान आदिनाथ की मूर्ति पर जलाभिषेक कर रहे थे।
बताया गया कि लकड़ी के पैड पर जैन श्रद्धालुओं की भीड़ चढ़ गई जिससे अधिक वजन होने की वजह से सीढ़ी टूट कर नीचे गिर गई। सीढ़ी पर चढ़ रहे सैकड़ों की संख्या में जैन श्रद्धालु नीचे गिर गए जिसमें एक दूसरे के नीचे दबकर आठ पुलिसकर्मियों समेत पचास से अधिक श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए।
आनन-फानन में सभी घायलों को निजी वाहनों से नगर के ही विभिन्न अस्पतालों में उपचार के लिए ले जाया गया। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी अस्मिता लाल व पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय भी मय फोर्स के घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। सूचना मिलते ही पुलिस उपमहानिरीक्षक मेरठ मंडल भी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सात श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई। मरने वालों में त्रसपाल जैन (74) पुत्र हुकुमचंद, अमित जैन (40) पुत्र नरेश, उषा (65) पत्नी सुरेंद्र, अरुण जैन (48) पुत्र केशव राम, शिल्पी जैन (25) पुत्री सुनील, विपिन (44) पुत्र सुरेंद्र व कमलेश (65) पत्नी सुरेंद्र शामिल हैं। हादसे में मनीष, नीरज, रॉबिन, पिंकी, कुसुम, नीतू, बिरजू व सौम्या पुलिसकर्मियों सहित 50 से अधिक श्रद्धालु घायल बताए गए हैं, जिनका उपचार नगर के विभिन्न अस्पतालों व जिला अस्पताल में चल रहा है।
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने बताया कि करीब 20 लोगों को प्रथम उपचार देकर उनके घर पहुंचा दिया गया है। शेष को उपचार दिया जा रहा है। उनके द्वारा अस्पतालों में निरंतर निगरानी रखी जा रही है। घटना का पता चलते ही केंद्रीय मंत्री व रालोद मुखिया जयंत चौधरी भी घायलों का हाल जानने अस्पतालों में पहुंचे, उन्होंने मृतकों के परिजनों को सांत्वना देते हुए उनको ढाढस बंधाया।