महाकुंभ नगर। महाकुंभ में बेरीकेडिंग टूटने से हुए हादसे से दुखी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तमाम सुरक्षा उपाय करने के बावजूद भीड़ के दवाब में हुआ हादसा मार्महत करने वाला है।
योगी ने कहा कि घटना की जांच के लिए हमने पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है जिसमें पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह शामिल हैं। इसके अलावा सरकार पुलिस से अलग से हादसे के कारणों की जांच कराएगी। सरकार प्रत्येक मृतक आश्रित को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद देगी।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में भावुक होते हुए कहा कि प्रशासन को पता था कि महाकुंभ में आठ करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे और इसके लिए तमाम बंदोबस्त भी कर लिए गए थे मगर ब्रहृम मुहुर्त से पहले रात करीब एक से दो बजे के बीच श्रद्धालु बेरीकेडिंग फांद कर दूसरी ओर आ गए और वहां पहले से स्नान का इंतजार कर रहे लोगों को रौंदते चले गए।
उन्होंने कहा कि हादसे के बाद बगैर विलंब किए ग्रीन कारिडोर बना कर घायलों को अस्पताल भेजा गया मगर 30 लोगों को बचाया नहीं जा सका। राहत एवं बचाव कार्य में स्थानीय पुलिस के अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान भी पूरी मुस्तैदी से लगे। उन्होंने कहा कि हम हादसे में मृत श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनके आश्रितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। कुछ घायलों को उनके परिजन उपचार के बाद ले गए है जबकि 36 का इलाज प्रयागराज में चल रहा है।
योगी ने कहा कि हादसे के बाद सरकार के अनुग्रह पर अखाड़ों ने अपना पूर्व निर्धारित अमृत स्नान स्थगित कर दिया था जिसे अपरान्ह शुरु किया गया। अमृत स्नान में पूज्य शंकराचार्य, आचार्य महामंडलेश्वर और पूज्य साधु संतों ने हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों ने समन्वय बनाए रखा और उनके दिशा निर्देश से हालात को संभालने में मदद मिली।
भारतीय रेल ने महाकुंभ के मुख्य स्नान पर्व पर 300 से अधिक विशेष ट्रेन चलाईं। बसों के भी पर्याप्त इंतजाम थे। हादसे के बाद बसों को प्रयागराज सीमा पर रोका गया जिससे देर शाम अमृत स्नान के बाद प्रयागराज के लिए रवाना होने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ यह पहली बार था जब इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभनगर पहुंचे थे।
ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मिनट टू मिनट दौड़ने लगीं 50 से अधिक एंबुलेंस
महाकुंभ में जनसैलाब, प्रयागराज से लगने वाले जिलों की सीमा अस्थायी तौर पर सील