नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में कांग्रेस पर तीखे हमले करते हुए कहा कि पार्टी एक परिवार का साथ देने की अपनी राजनीति में अटकी हुई है जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र के साथ काम करती है और लगातार तीसरी बार भरोसा अर्जित करने में कामयाब रही है।
माेदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद के प्रस्ताव पर सदन में दो दिन की चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस का माडल फैमिली फर्स्ट का है जबकि राजग सरकार नेशन फर्स्ट के मानदंड को अपनाकर देश की सेवा करती है। उन्होंने कहा कि विगत में कांग्रेसी सरकारों की नीति में भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण का घालमेल रहा है। कांग्रेस के लिए परिवार सबसे पहले हैं। इसलिए उनका संपूर्ण बल इसमें लगता रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग सरकार शत प्रतिशत संतुष्टीकरण की नीति को लेकर अपनी योजनायें बनाकर चला रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दौर में योजनाओं को अटकाने, भटकाने और लटकाने की संस्कृति थी तथा कोटा परमिट व्यवस्था से भारत में लंबे समय तक वृद्धि दर निम्न रही जिससे दुनिया में हिन्दू ग्राेथ रेट के नाम से हिन्दू समाज को बदनाम किया गया। उन्हाेंने कहा कि भारत सदियों से मुक्त व्यापार करने वाला देश रहा है।
मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में संविधान निर्माताओं की भावनाओं का आदर किये जाने के आह्वान का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रुप से हमला किया। उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि संविधान को लेकर जेब में लेकर घूमने वाले लोग जातिवादी जहर की राजनीति कर रहे हैं जबकि हम संविधान की भावनाओं के अनुरुप काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हम संविधान को जीते हैं और संविधान निर्माताओं के सपनों को साकार करने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने बिना तनाव के एसटी एससी अधिनियम को मजबूत किया है, सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की, दिव्यांगों और ट्रांसजेंडर के लिए विशेष व्यवस्थायें की लेकिन कुछ लोग जातिवाद का जहर बाेने में लगे हैं। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार देश के संसाधनों और समय का सर्वोत्तम उपयोग करने की प्रतिबद्धता से काम कर रही है और विकास के साथ जन कल्याण को भी आगे बढा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में आरक्षण के मुद्दे पर राजनीति की गयी। एक दूसरे के विरुद्ध संघर्ष रचा गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित राष्ट्र का रास्ता मजबूत बुनियादी ढांचे की राह से गुजरता है और देश को विकसित राष्ट्र बनाने में युवा पीढी की सबसे बडी भूमिका है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से विकसित भारत के लक्ष्य को देश की 140 करोड़ जनता के लक्ष्य के रुप में लेकर चलने का आह्वान किया और आगाह किया कि जो लोग अपने को इससे अलग करेंगे, जनता उन्हें अलग कर देगी।
मोदी ने कहा कि जनता ने तीसरी बार सरकार पर भरोसा जताया है। देश की जनता ने विकास के माडल को जांच परख कर समर्थन दिया है। सरकार ने राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ काम किया है। जनता को लंबे अरसे तक विकल्प नहीं मिला लेकिन वर्ष 2014 के बाद नया माडल सामने आया है, जो संतुष्टीकरण को मानता है। उन्होेंने कहा कि कांग्रेस का तरीका है कि एक छोटे तबके को देना और बाकियों को तरसाना ताकि चुनाव के समय वोट की खेती जा सके।
उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाए। समय का उपयोग समृद्धि और जन सामान्य की प्रगति के लिए किया जाए। सरकार योजनाओं को लक्षित व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास करती है। सरकार ने बीते दशक में सबका साथ सबका विकास की भावना को जमीन पर उतारा है। इसका अनुभव किया जा रहा है। दलितों और आदिवासियों के कल्याण के लिए काम किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष जातिवाद का जहर फैलाने का प्रयास रहा है। तीन तीन दशक तक दोनों सदनों के सांसद सरकार से मांग करते रहे कि ओबी आयाेग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए। इसे स्वीकार नहीं किया गया। यह उस समय कांग्रेस की राजनीति में अनुकूल नहीं रहा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ओबीसी आयोग की मांग को पूरा किया। आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया है। देश के 140 करोड लोगों की इच्छाओ को पूरा किया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत की विकास यात्रा में नारी शक्ति का महत्वपूर्ण स्थान है और इस नये संसद भवन में पहला कानून नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया गया। मोदी ने कहा कि सरकार ने डा बीआर अम्बेडकर का आदर किया। कांग्रेस को मजबूरी में जय भीम बोलना पड़ रहा है। कांग्रेस रंग बदलने में माहिर है। कांग्रेस का रंग बदल रहा है। कांग्रेस का प्रयास रहा कि दूसरे की लकीर छोटी करना। इसी कारण से लोकसभा चुनाव के बाद उसके सहयोगी भाग रहे हैं। देश की सबसे पुरानी पार्टी की दुर्दशा हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने दलितों, आदिवासियों और वंचितों को उद्यमी बनने का मौका दिया। बाबा साहेब के विचारों के अनुरुप सरकार ने फैसले रही है। सरकार ने प्राथमिकता के साथ कौशल विकास, वित्तीय समावेशन, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को रुप दिया। मुद्रा योजना ने छोटे कारोबार के लिए ऋण दिया गया। स्टैंडअप इंडिया को बैंक से एक करोड़ रुपए का बिना ऋण दिया गया।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक समुदाय का सशक्तिकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि जिसको किसी ने नहीं पूछा, मोदी उसको पूजता है। उन्हाेंने कहा कि खिलौनों का कारोबार में वृद्धि हुई है। निर्यात बढा है। इसका लाभ समाज के निचले वर्ग को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मछुवारों के लिए अलग मंत्रालय बनाया गया। किसान क्रेडिट कार्ड के सारे लाभ इस समुदाय को दिए गए हैं। इस क्षेत्र में 40 हजार करोड़ रुपए निवेश किए गए हैं।
मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज में भी कई स्तर की स्थितियां हैं। वे उपेक्षित रहे हैं। आदिवासी समाज में वंचित हैं। इनके लिए विशेष योजनाए बनाई गई। सीमाई गांवों का विकास किया गया। उन्हें प्रथम गांव माना गया। ये सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण और उपयोगी है।
उन्होंने कहा कि सरकार संविधान निर्माताओं की भावना के अनुसार काम कर रही है। समान नागरिक संहिता- यूसीसी संविधान के अनुरुप है। आजादी के बाद संविधान निर्माताओं का आदर करना चाहिए था लेकिन कांग्रेस ने उनकी धज्जियां उडा दी थी।
मोदी ने कहा कि गरीबों के सशक्तीकरण के लिए सरकार ने अभूतपूर्व काम हुआ है। योजनाओं को गरीबाें को देखते हुए तैयार किया गया। तकरीबन 25 करोड़ लोगों को गरीबों को गरीबी से बाहर निकाला है। एक नया मध्यम वर्ग देश में सृर्जित बना है। सरकार इस वर्ग के साथ मजबूती से खडी है। मध्यम वर्ग के लिए 12 लाख की आय पर आयकर को शून्य कर दिया है।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में सबसे बडी भूमिका युवाओं की है। स्कूल और कालेज के युवा विकसित भारत के आधार हैं। सरकार ने इसे मजबूत करने के लिए तीन दशक के बाद नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति आई है। गुलामी की मानसिकता दूर करने के लिए स्थानीय भाषा- मातृभाषा काे प्राथमिकता दी गई है। इससे एकलव्य विद्यालय विस्तार किया गया है। देश युवाओं में उमंग और उत्साह है। उसी का लाभ उठाने के लिए सरकार ने प्रयास किया है। माई भारत आंदाेलन शुरु किया गया है। इस पर 1.5 करोड़ पंजीकरण हो गए हैं।