बिजयनगर। रेलवे द्वारा स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में बढोतरी करने व स्टेशनों की बिल्डिंग को नया स्वरूप प्रदान करने की “अमृत स्टेशन योजना” के तहत स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर अजमेर मण्डल के बिजयनगर स्टेशन सहित 77 स्टेशनों का लगभग 4000 करोड़ रूपये की लागत के साथ अमृत स्टेशन योजना के अन्तर्गत पुनर्विकास किया जा रहा है।
बिजयनगर स्टेशन पर जारी अमृत स्टेशन योजना के कार्यो की जानकारी हेतु एक प्रेस ब्रीफिंग का आयोजन आज बिजयनगर स्टेशन पर किया गया। इस अवसर पर मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे कैप्टन शशिकिरण, मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) अजमेर मंडल अनूप कुमार शर्मा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजमेर मंडल बीसीएस चौधरी, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर शेर सिंह मीना, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर विजेंदर कुमार, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे कमल जोशी सहित अन्य रेल अधिकारी उपस्थित थे।
बिजयनगर स्टेशन पर जारी कार्यों की जानकारी देते हुए मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे कैप्टन शशिकिरण तथा मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) अनुप कुमार शर्मा ने बताया कि अमृत स्टेशन योजना के तहत बिजयनगर स्टेशन पर 15.40 करोड़ रुपये से पुनर्विकास के कार्य अंतिम चरण मे है।
उन्होंने बताया कि पुराने स्टेशन भवन में सौंदर्य की कमी थी और उचित स्थान उपयोग की कमी थी, जिसे पूरे स्टेशन भवन के जीर्णोद्धार द्वारा सुधारा गया है। अब स्टेशन भवन अधिक विशाल और यात्री अनुकूल है। पूर्व मे सर्कुलेटिंग एरिया में वाहनों की आवाजाही के लिए सिंगल एंट्री और एग्जिट की व्यवस्था नहीं थी, लेकिन सर्कुलेटिंग एरिया के नियोजित विकास, अलग एंट्री/एग्जिट और पार्किंग स्पेस में वृद्धि के माध्यम से इसमें सुधार किया गया है। इससे सर्कुलेटिंग एरिया में वाहनों की आवाजाही में आसानी होगी और वाहनों का सही तरीके से आवागमन हो सकेगा।
स्टेशन प्लेटफॉर्म की सतह को ऊपर उठाया गया है और दिव्यांगजनों के लिए स्पर्शनीय चिह्नों के साथ सुधारा गया है तथा प्लेटफॉर्म पर प्रतीक्षा करने वाले यात्रियों के लिए अतिरिक्त प्लेटफॉर्म शेल्टर प्रदान किए गए है, जो गर्मी और बरसात के मौसम में यात्रियों को सुविधा प्रदान करेंगे। नए विशाल प्रतीक्षालय/हॉल का निर्माण किया जा रहा है, जो यात्रियों को आरामदायक प्रतीक्षा स्थान प्रदान करेगा। बुकिंग सुविधा के साथ नए कॉनकोर्स का निर्माण किया गया है। उपयोगकर्ताओं को स्वच्छ और आरामदायक अनुभव प्रदान करने के लिए आधुनिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है।
कार्य की वर्तमान स्थिति की जानकारी देते हुए कैप्टन शशि किरण ने बताया कि बिजयनगर रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिसके मई 2025 तक पूरा होने की संभावना है। पुनर्विकास कार्य पूरा होने के बाद स्टेशन आधुनिकता और दक्षता का प्रतीक बन जाएगा, जो रेलवे के बुनियादी ढांचे और यात्री सुविधाओं में नए मानक स्थापित करेगा, साथ ही क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित करेगा।
मुख्य भवन: निर्माण कार्य पूरा हो गया है। नई इमारत में बुकिंग शुरू हो गई है।प्लेटफॉर्म को ऊपर उठाना और प्लेटफॉर्म शेल्टर का काम पूरा हो गया है। सर्कुलेटिंग एरिया का विकास कार्य पूर्ण हो गया है। पाथ वे और 12 मीटर चौड़े एफओबी का काम प्रगति पर है।
बिजयनगर स्टेशन पर जो यात्री सुविधाएं विकसित की गई है उनमें नए स्टेशन भवन का निर्माण, अलग प्रवेश और निकास द्वार के साथ सर्कुलेटिंग एरिया का विकास, ऑटो, दोपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए अलग पार्किंग, यात्रियों को उतारने और चढ़ाने के लिए पोर्च, प्रवेश हॉल, पुरुषों और महिलाओं के लिए बेहतर अलग प्रतीक्षा कक्ष, लिफ्ट, स्टेशन भवन के अग्रभाग का सुधार, नए प्लेटफार्म शेल्टर, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं के साथ नए शौचालय ब्लॉक और पानी के बूथ, बेहतर साइनेज, प्लेटफार्म पर कोच इंडिकेशन बोर्ड, बेहतर फर्नीचर और 12 मीटर चौड़े एफओबी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर अजमेर मण्डल में बिजयनगर सहित 18 स्टेशनों का 1374 करोड़ रूपए से पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है। जिनमें सोजत रोड, मावली, राणाप्रताप नगर, पिंडवाड़ा, डूंगरपुर, मारवाड़ जंक्शन, फालना, कपासन, भीलवाड़ा, ब्यावर, सोमेसर, रानी, जंवाई बांध, फतेहनगर, आबूरोड़, अजमेर और उदयपुर सिटी स्टेशन शामिल है।
इन स्टेशनों के पुनर्विकास में स्थानीय कला को ध्यान में रखकर आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है। यात्रियों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए आगमन और प्रस्थान का अलग-अलग प्रावधान किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए यहां पर आवश्यकता अनुसार लिफ्ट, एस्केलेटर, एग्जीक्यूटिव लांउज, वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, कैफेटेरिया, पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। अमृत स्टेशन पुनर्विकास योजना से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, लोगों को आने जाने मे सुविधा होगी, स्वच्छ और आधुनिक रेलवे स्टेशनों से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र का आर्थिक और सामाजिक विकास होगा।