सबगुरु न्यूज-रेवदर। भाजपा को केन्द्र सरकार के बजट में मध्य वर्ग को मिले फायदे की जानकारी मध्य वर्ग को देनी थी। इसके लिए बाकायदा योजना बनाई गई है। भाजपा संगठन को जिला और मंडल स्तर पर इसके लिए जन सम्मेलन करना है।
इस जनसम्मेलन का नाम रखा गया है मध्यमवर्गीय प्रबुद्धजन व विशिष्ट जन सम्मेलन। ये जिला स्तरीय सम्मेलन था जिसमें दर्शक दीर्धा में जिले भर के प्रबुद्धजन आगे नजर आने चाहिए थे लेकिन, इस कार्यक्रम की वायरल तस्वीरों में दर्शक दीर्धा में अग्रिम पंक्तियों में गले में भाजपा का दुपट्टा डाले भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता नजर आए और मंच से इस कार्यक्रम में आमंत्रित सभी बडे नेता नदारद दिखे। तो मध्यवर्ग कहीं पीछे बैठे चेहरों में धुंधलाया हुआ था।
-भाजपा का कांग्रेसीकरण
भाजपा का कांग्रेसीकरण इस कार्यक्रम की तस्वीरों में स्पष्ट नजर आया। इस कार्यक्रम का नाम जन सम्मेलन था। यानि जिले भर से प्रबु़द्धजनों को बुलवाना और सम्मानजनक स्थान पर बैठाना भी था। मेजबानी परम्परा के अनुसार इन प्रबुद्ध जनता को अगली पंक्ति में दिखाई देना चाहिए था। लेकिन, अग्रिम पंक्तियों में माउण्ट आबू, रेवदर से लेकर शिवगंज तक के भाजपा नेता दिख रहे थे।
अब दलील ये दी जा सकती है कि ये भी प्रबुद्ध और जन हो सकते हैं। तो बेशक ये प्रबुद्ध हो सकते है लेकिन, इन्हें ही जन का दर्जा दिया जाना था तो कार्यक्रम का नाम प्रबुद्ध जन सम्मेलन की जगह प्रबुद्ध भाजपाई सम्मेलन भी रखा जा सकता था, यूं भी भाजपा का प्रबुद्धजन प्रकोष्ठ है उसे ही बुलवाकर ये आयोजन किया जा सकता था। कार्यक्रम की अग्रिम पंक्ति में प्रोटोकॉल के अनुसार बैठे भाजपाइयों की कतार बता रही है कि भाजपा में कांग्रेस का कल्चर घुसता जा रहा है। सरकारों की योजनाओं की तरह भाजपा सिरोही के कार्यक्रम में भी मध्यवर्ग को फ्रंटलाइन में जगह नहीं मिली।
– जिनके नाम पर बने जनप्रतिनिधि उनके कार्यक्रम से नदारद
भाजपा का उद्धार नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हुआ है। ऐसे में जिले और प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों और नेताओं को तो कम से कम उनका ऋणी रहना चाहिए था। इस कार्यक्रम का जो प्रेसनोट जारी हुआ है उसमें जो बडे नाम शामिल थे उनमें से अधिकांश इस कार्यक्रम में पहुंचे ही नहीं। भाजपा के जिला संगठन प्रभारी राजेन्द्र गहलोत, पंचायत राज राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, सांसद लुम्बाराम चौधरी, विधायक समाराम गरासिया, जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित और रेवदर के पूर्व विधायक जगसीराम कोली को आना था। लेकिन, इन नामों की सूची में से मंच पर अर्जुन पुरोहित और भाजपा की नव नियुक्त जिलाध्यक्ष रक्षा भंडारी के अलावा सभी गैर मौजूद रहे।
-यहां थे मंत्री और सांसद
मंच से नदारद रहे नेताओं की सोशल मीडिया पेजों को खंगाला तो सांसद लुम्बाराम चौधरी प्रदेश के गृह राज्य मंत्री जवाहरसिंह बेढम के साथ जालोर में बैठे नजर आए। ओटाराम देवासी की वाल पर बाडमेर जिले के सिणधरी और जालोर जिले के भीनमाल व करवडा के कार्यक्रम के फोटो लगे हुए थे। इनके अलावा पूर्व जिलाध्यक्षों के करीबी नेता इस प्रमुख कार्यक्रम से नदारद दिखे। अध्यक्षीय उद्बोधन के दौरान तक पिण्डवाडा के एमएलए समाराम गरासिया और रेवदर के भाजपा प्रत्याशी और पूर्व एमएलए जगसीराम कोली भी नहीं नजर आए।
जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित पहले जिला स्तरीय कार्यक्रम के इन हालातों से दो ही संभावनाए नजर आती हैं। एक ये कि जिला स्तरीय कार्यक्रम को बडे ही बेतरतीब तरीके से आयोजित करके इन लोगों से पूछे बिना ही इनके नाम डाल दिए गए। दूसरा ये सब लोग जानबूझकर इसका हिस्सा नहीं बने। इस कार्यक्रम में से भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्षों के करीबी भी नदारद नजर आए। इन नेताओं की गैर मौजूदगी के लिए दूसरी वाली वजह है तो फिर ये भाजपा में बढती गुटबाजी की ओर स्पष्ट इशारा है। ये बात अलग है कि इन्हीं जिला संगठन प्रभारी की देखरेख में किए गए जिलाध्यक्ष के कथित चुनाव में इन्हीं नेताओं की सहमति दिखाई गई थी जो इस कार्यक्रम से नदारद थे।
– आयोजन से एक दिन पहले वायरल हुआ पत्र
जिस स्थान पर भाजपा का ये सम्मेलन आयोजित होना था इसी कार्यक्रम और कार्यक्रम स्थल को लेकर एक दिन पहले एक पत्र सोशल मीडिया और भाजपा के समूहों पर वायरल होने लगा। इसमें एक महिला द्वारा ये आरोप लगाया गया था कि दो जनें उसके पति को आयोजन स्थल अगवा करने की धमकी दे रहे हैं। लेकिन, इसमें समय और तिथि नहीं लिखी गई थी। इसमें भाजपा के नेताओं का नाम भी लिखा था और ये आरोप लगाया है कि नेता उसे व उसके पति को रेवदर मे राजनीति नहीं करने की धमकी दे रहे हैं। इस पत्र को भी सिरोही भाजपा में अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा बताया जा रहा है।
-इन लोगो ने किया संबोधित
भाजपा प्रदेश संगठन के निर्देशानुसार केंद्रीय बजट की खास घोषणा और विशेषताओं और उससे आमजन को होने वाले फायदो के बारे में जानकारी देने के लिए ये कार्यक्रम आयोजित किया था। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रक्षा भंडारी, जिला प्रमुख अर्जुन राम पुरोहित, आबूरोड पालिका अध्यक्ष मग़नदान चारण, पूर्व उपाध्यक्ष नारायण देवासी सहित वक्ताओं ने अपने विचार रखें। जिला महामंत्री नरपतसिंह राणावत, रेवदर प्रधान राधिका देवासी, प्रकाश रावल, कालूराम चौधरी, जिला मंत्री जगसीराम कोली, भाजयुमो के नरपतदान चारण, प्रकाश मेघवाल, रेवदर मंडल अध्यक्ष हरीश पंचाल, जिला परिषद सदस्य मगनलाल कोली, अमराराम मेघवाल आत्माराम वैष्णव, हनुमान अग्रवाल, गणपतसिंह निंबोड़ा, अजीतसिंह, महिपाल चारण, लोकेश खंडेलवाल, सोशल मीडिया के पूरण राव सहित पार्टी के मंडल अध्यक्ष, मोर्चा प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठजन और बड़ी संख्या में क्षेत्रीय गणमान्य नागरिक व मातृशक्ति मौजूद थे।