नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार को कहा कि सदन की कार्यवाही के पहले दिन विपक्ष ने जिस प्रकार का रवैया अपनाया है, उसकी वह कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
गुप्ता के विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बधाई प्रस्ताव में कहा कि उन्होंने दिल्ली की सेवा में अपना जीवन बिताया। उनके अनुभव, ज्ञान और सामाजिक जीवन के अनुभव से सदन को लाभ मिलेगा। सबको नियमों का पालन कराते हुए सदन को चलायेंगे, ऐसी हमारी अपेक्षा है।
नेता विपक्ष आतिशी ने सभी साथियों की ओर अध्यक्ष निर्वाचित होने पर गुप्ता को बधाई दी। उन्होंने बधाई देने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से भीम राव अंबेडकर और शहीद ए आजम भगत सिंह की तस्वीर हटाकर सरकार ने दलितों और सिखों का अपमान किया। यह भारतीय जनता पार्टी का दलित विरोधी चेहरा है। उनके इस बयान से सदन में शोर शराबा होने लगा। सत्ता पक्ष ने उनके बयान पर आपत्ति जताई।
इस बीच, गुप्ता ने कहा यह शिष्टाचार का समय था, उसका पालन करना चाहिए था। उन्होंने इसे राजनीतिक मंच की तरह इस्तेमाल किया। वह सुश्री आतिशी के इस व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। विपक्ष का गैरजिम्मेदार रवैया सही नहीं है। विपक्ष सदन को नहीं चलाना चाहता है। सदन में अराजकता बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि विपक्षी सदस्य सदन की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। अराजकतापूर्ण व्यवहार निंदनीय है। नियमों का उल्लंघन कर सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई गई।
उन्होंने कहा कि यह बधाई प्रस्ताव है, इसमें सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाना निंदनीय है। इस दौरान विपक्षी सदस्य लगातार नारेबाजी और जय भीम के नारे लगाते रहे। अध्यक्ष के बार-बार आग्रह के बाबजूद विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए तो सदन की कार्यवाही काे पंद्रह मिनट के लिए स्थगित भी करना पड़ा।
अध्यक्ष के बधाई प्रस्ताव में मुख्यमंत्री, नेता विपक्ष के अलावा भाजपा के मनजिंदर सिंह सिरसा, तरबिंदर सिंह मारवाह, हरीश खुराना और अरविंदर सिंह लवली ने हिस्सा लिया।
महिलाओं को 2500 रुपए देने के मुद्दे पर आतिशी विधायकों के साथ रेखा गुप्ता से मिलीं