शारीरिक यातनाओं से युवती की जान लेने वाले तांत्रिक को 8 साल की सजा

इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की एक अदालत ने तंत्र साधना में शारीरिक यातनाओं से युवती की जान लेने वाले तांत्रिक को आठ साल की सजा सुनाई है। इटावा के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार दुबे ने हत्या के मामले में तांत्रिक को आठ साल की सजा सुनाते हुए 10000 का जुर्माना भी लगाया है।

अभियोजन पक्ष के अनुसार पक्ष एवं विपक्ष की बहस सुनने के बाद विद्वान न्यायाधीश ने तांत्रिक को आठ साल की सजा सुनाई। इटावा के जिला शासकीय अधिवक्ता शिवकुमार शुक्ला ने बुधवार को बताया कि कोतवाली इलाके के पाथवरिया निवासी सुरेश कुमार सक्सेना ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उनकी पुत्री बीमार रहती थी इस दौरान यमुना नदी के किनारे स्थित श्मशान घाट पर रहने वाले तांत्रिक ने एक दिन उसे देखकर बताया कि उसे पर ऊपरी बाधा है।

तांत्रिक दीपक वर्मा निवासी पुरबिया टोला ने बेटी को देखने 21 अक्टूबर 2023 को घर आया, तंत्र करने के बहाने उसकी पुत्री को शारीरिक यातनाएं दी जिससे उसकी मौत हो गई। तांत्रिक कुछ समय बाद जिंदा होने की बात कह कर घर से चला गया लेकिन 22 अक्टूबर तक बेटी नहीं उठी तो उसके कमरे से बदबू आने लगी। बाद में उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी।

दीपक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। छानबीन के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया। मामले की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कोर्ट में हुई। साक्ष्यों और गवाहो के आधार पर कोर्ट ने दीपक और दीपानंद को दोषी ठहराते हुए आइ साल की सजा सुनाई है।

इस घटना में सबसे दिलचस्प पहलू यह देखने को मिला है कि सजा पाने वाले तांत्रिक ने बीमार महिला के गर्दन पर खड़े होकर तंत्र साधना की। महिला की मौत के बाद तांत्रिक ने परिवार से कहा कि सात दिन बाद वह जिंदा हो जाएगी। अपनी बीमार बेटी की मौत के बाद भी माता-पिता और भाई उसके शव को 24 घंटे से अधिक इस उम्मीद में अपने पास रखे रहे कि वह जिंदा हो जाएगी क्योंकि इसका भरोसा एक तांत्रिक ने दिया था।

महिला की मौत की सूचना के बाद पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने अपनी पड़ताल में पाया था कि महिला की मौत कम से कम 36 घंटे पहले हुई थी और इसी वजह से महिला का शव डीकंपोज होना शुरू हो गया था।

मौत की शिकार बनी महिला के परिजनों का आरोप था कि तंत्र क्रिया के दौरान तांत्रिक महिला के गले पर खड़ा हो गया, जिससे महिला की मौत हो गई। इस दौरान तांत्रिक ने महिला को पानी के पाइप से पीट-पीटकर यातनाएं भी दी।

नवरात्रि के समय हवन पूजन और तंत्र साधना करने के बाद महिला का भूत प्रेत उतारने की बात तांत्रिक ने परिजनों को कहकर पहले हवन पूजन किया। उसके बाद महिला का भूत भगाने के लिए पीड़ित महिला को शारीरिक यात्राएं दी गई। इस दौरान तांत्रिक ने महिला के गर्दन पर खड़े होकर तंत्र क्रिया को अंजाम दिया। साथ ही पानी के पाइप से उसके शरीर पर यातनाएं दी।

इसके बाद से प्रिया होश में नहीं आई लेकिन तांत्रिक ने परिजनों को भरोसा दिया कि उनकी बेटी सात दिवस में पूरी तरीके से ठीक हो जाएगी। इस बीच तांत्रिक वहां से रफूचक्कर हो गया। इसके बाद पीड़िता के घरवालों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की।