जयपुर। राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा के तृतीय एवं बजट सत्र में बुधवार को विपक्ष कांग्रेस सदस्यों ने अलग अलग मुद्दों पर दो बार सदन का बहिर्गमन किया।
प्रश्नकाल में विधायक हाकम अली के सवाल जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइपलाइन डालने से सड़कों के क्षतिग्रस्त हो जाने के मामले का जलदाय मंत्री कन्हैया लाल ने जवाब दिया लेकिन कांग्रेस सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने सरकार से जवाबदेही तय करने की मांग की। इस दौरान शोरशराबा और हंगामा हुआ।
इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि विपक्ष केवल बहाने बना रहा है और बिना किसी ठोस मुद्दे के हंगामा कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में हुए जल जीवन मिशन घोटाले के उजागर होने से कांग्रेस परेशान है। इसके बाद कांग्रेस विधायक सदन से बहिर्गमन कर गए।
इसके बाद शून्यकाल में भरतपुर और बीकानेर विकास प्राधिकरण विधेयक 2025 को पारित किया गया, जिसका कांग्रेस सदस्यों ने विरोध जताया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार बिना चर्चा के विधेयकों को पारित कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी कि अध्यादेश लाने की जरूरत पड़ी।
जूली ने कहा कि सरकार के पास बहुमत है, इसलिए केवल एक घंटे में तीन महत्वपूर्ण विधेयक पारित कर दिए गए। इस पर पटेल ने कहा कि विकास कार्यों में रोड़े अटकाना कांग्रेस की नीति बन गई है। उन्होंने कहा कि सरकार राजस्थान के हर इलाके का समग्र विकास चाहती है लेकिन कांग्रेस के पास कोई मुद्दा या विजन नहीं है और वह केवल विरोध करने का बहाना ढूंढ रही है।
कांग्रेस विधायकों ने विधेयक को प्रवर समिति में भेजने की मांग की और विधेयक के विरोध में सदन से बहिर्गमन कर गए। कांग्रेस सदस्यों ने आज दूसरी बार सदन से बहिर्गमन किया।