उदयपुर। राजस्थान में मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का रविवार सुबह निधन हो गया।
वह करीब 80 वर्ष के थे। वह लंबे समय से बीमार थे और उदयपुर स्थित उनके आवास पर उनका इलाज चल रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने सुबह अंतिम सांस ली। वह भगवत सिंह के दूसरे पुत्र तथा महेंद्र सिंह मेवाड़ के छोटे भाई थे।
अरविंद सिंह मेवाड़ की अंतिम यात्रा सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे उनके शम्भु निवास से शुरू होकर बड़ी पोल, जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार, देहली गेट होकर महासतियां के लिये प्रस्थान करेगी। उल्लेखनीय है कि अरविन्द सिंह मेवाड़ का जन्म 13 दिसम्बर 1944 को हुआ और वह मेवाड़ राजवंश के 76वें संरक्षक थे।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहरा दुख जताया और कहा कि मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के वरिष्ठ सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्होंने मेवाड़ की वैभवशाली विरासत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनका प्रभावशाली व्यक्तित्व और अनुकरणीय चरित्र भावी पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। श्री शर्मा ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिवार को यह अकथनीय दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी उनके निधन पर दुख प्रकट किया और कहा कि उनका निधन का समाचार अत्यंत दुखद हैं। श्री देवनानी ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य एवं संबल प्रदान करने की प्रार्थना की।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनके निधन पर दुख जताते हुए कहा कि अरविंद सिंह मेवाड़ ने उदयपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पर्यटन के क्षेत्र में उन्होंने जो प्रयास किए वह सदैव याद रहेंगे। राजे ने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान की प्रार्थना की। इसी तरह उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी एवं डा प्रेम चंद बैरवा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष
गोविंद सिंह डोटासरा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मदन राठौड़, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं भाजपा हरियाणा प्रभारी डा सतीश पूनियां तथा अन्य नेताओं और गणमान्य लोगों ने भी अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर गहरा दुख जताया और अपनी शोक संवेदना प्रकट की।