अजमेर। श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर चल रहे चैत्र नवरात्रा मेला महोत्सव के समापन समारोह में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। बाबा भैरव व मां कालिका के जयघोष के साथ मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने मनोकामना पूर्ण स्तम्भ की पूजा-अर्चना कर बाबा भैरव व मां कालिका की आरती की।
धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज द्वारा चैत्र नवरात्रा मेला महोत्सव दस दिनों तक चली अखण्ड़ ज्योति का प्रातःकाल विधिवत समापन किया गया। समापन के पश्चात धाम पर आए सभी श्रद्वालुओ को बाबा भैरव ने अपने कर कमलो से सभी को दषम तक चली अखण्ड ज्योति की विशेष रामबाण ओषधी रूपी चिमटी (भभूत) का वितरण किया गया।
धाम पर यह अखण्ड़ ज्योति निरन्तर 24 घण्टे चलती रही जो कि लगातार 9 दिनों तक प्रज्जवलित रही। इस अखण्ड़ ज्योति की विशेषता यह है कि जिस पात्र में इसको प्रज्जवलित किया जाता है उसमें हजारों नारियल की संख्या में नारियल की चिटक, कई पीपे तेल के व धूप हवन सामग्री ड़ालने पर भी यह पात्र कभी भरता नहीं है।
इस अखण्ड़ ज्योति के दर्शन मात्र से ही सभी श्रद्वालुओ के रोग, कष्ट, बाधाएं आदि दूर हो जाती है। धाम पर आए श्रद्वालुओ ने सर्वधर्म मनोकामना पूर्ण स्तम्भ की विशेष परिक्रमा कर बाबा भैरव से अपनी मन्नत मांगी।
चैत्र नवरात्रा मेले के दौरान व्यवस्था संभालने में व्यवस्थापक ओमप्रकाश सेन, रमेश चन्द सेन, अविनाश सेन, प्रकाश रांका, राहुल सेन, के साथ, पदम जैन, राजू चावड़ा, कमल शर्मा, टीएस राणावत, राजकुमार त्रिपाठी, दीपक बसीटा, मनीष चौहान, मुकेश सेन, यश मारोठी, विष्णुकान्ता, नवल किशोर, अमित खण्डेलवाल, नीरज सिंहल, महावीर रांका, मनोहर सिंह, सुरेश दायमा, तिलोक जटिया, महेन्द्र रावत, रामसिंह बाबल, मोहन छीपा, भागचन्द महावर, कैलाश सेन, श्रवण रावत, चेतन आनन्द, पुनीत जांगीड़, सुरेश गुर्जर, रामप्रसाद मोर्य, अजीत चौधरी, हंसराज भडाणा, कन्हेया लाल, ओम माली आदि का विशेष योगदान रहा।