श्रीगंगानगर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार का संकल्प है कि किसानों के जीवन में समृद्धि लाने के लिए उसकी उपज का उचित मूल्य मिले और वह किसानों की भलाई और खेती की मजबूती के लिए निरन्तर काम कर रही है तथा प्रदेश में पानी की समस्या को हल करने के लिए अनेक ऐतिहासिक कदम उठाने सहित संकल्प पत्र के सभी वादों को पूरा कर रही हैं जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय किसानों से झूठे वादे किए गए और युवाओं के साथ भी विश्वासघात किया गया।
शर्मा अपनी हनुमानगढ़ एवं गंगानगर की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन बुधवार को गंगानगर में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न संवाद कार्यक्रमों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि अन्नदाता को उसकी उपज का उचित मूल्य मिले, जिससे उनके जीवन में समृद्धि आए। हमारा लक्ष्य है कि फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद और उसका समय पर भुगतान हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के लिए सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाना प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है। हमारी सरकार किसानों की भलाई और खेती की मजबूती के लिए निरन्तर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि गंगानगर की भूमि किसानों की भूमि है। यहां के किन्नू का स्वाद पूरी दुनिया को भाता है। उन्होंने कहा कि नहर एवं सिंचाई प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने कल हरिके से लेकर लोहागढ़ एवं लखुवाली हेड तक निरीक्षण किया तथा आज वे शिवपुर हेड का निरीक्षण करेंगे।
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पिछली सरकार ने अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल में केवल 5 लाख 53 हजार मीट्रिक टन मूंगफली की खरीद की। जबकि हमारी सरकार बनने के बाद 4 लाख 85 हजार मीट्रिक टन मूंगफली की खरीद की जा चुकी है। ऐसे ही, पिछली सरकार में मूंगफली का समर्थन मूल्य 5 हजार 850 रुपये था जिसे हमारी सरकार ने बढ़ाकर 6 हजार 783 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में वर्ष 2022-23 में सरसों का एममसपी 5 हजार 50 रुपये था, जिसे भी हमारी सरकार ने बढ़ाकर अब 5 हजार 950 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया है। हमारी किसान हितैषी सरकार द्वारा चना भी 5 हजार 650 रूपए प्रति क्विंटल की एमएसपी पर खरीदा जाएगा।
शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही हमने प्रदेश में पानी की समस्या को हल करने के लिए अनेक ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। हमने पहले ही महीने में लंबे समय से अटकी ईआरसीपी को लेकर महत्वरपूर्ण समझौता किया। इस परियोजना का काम अब धरातल पर तेजी से हो रहा है। इसी तरह हमने शेखावाटी को यमुना जल समझौते की सौगात दी है। माही बेसिन में जल प्रबंधन, देवास प्रोजेक्ट, नर्मदा का पानी के लाभ अन्य जिलों को मिलने, राजस्थान वाटर ग्रिड कॉर्पोरेशन स्थापना, आईजीएनपी प्रणाली का सुदृढ़ीकरण जैसे विभिन्न निर्णयों से राज्य में सिंचाई एवं पेयजल के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीगंगानगर और उससे जुड़े क्षेत्रों में जल संसाधनों को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की गई हैं। फिरोजपुर फीडर के अंतर्गत 200 करोड़ रुपये की लागत के कार्य, कंवरसेन लिफ्ट नहर क्षेत्र में क्षतिग्रस्त खालों के जीर्णोद्धार का कार्य, भाखड़ा और गंगनहर परियोजना के अंतर्गत शेष रहे खालों का निर्माण, 200 करोड़ रुपए की लागत से रायसिंहनगर, अनूपगढ़, घड़साना, रावला और श्रीविजयनगर के 44 हजार हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र में पक्के खालों का पुनर्निर्माण जैसे कार्यों से स्थानीय किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने श्रीगंगानगर में मिनी सचिवालय की मांग को पूरा करते हुए 40 करोड़ रूपये की स्वीकृति जारी कर दी है।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार समृद्ध एवं खुशहाल राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के निरन्तर निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा कि गेहूं के एमएसपी में वृद्धि, किसान सम्मान निधि में बढ़ोत्तरी, 47 लाख किसानों को अल्पकालीन ब्याज मुक्त फसली ऋण का वितरण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक के बीमा क्लेम वितरित जैसे निर्णयों से किसानो को राहत मिल रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों से झूठे वादे किए और युवाओं के साथ भी विश्वासघात किया। हमारी सरकार किसानों के लिए एमएसपी को बढ़ाने से लेकर पेपरलीक प्रकरणों में दोषियों को सजा दिलाने का कार्य करते हुए संकल्प पत्र के सभी वादों को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार ने पिछले दो वर्षों में राजस्थान में विकास की नई ऊंचाइयां प्राप्त की हैं। हम युवाओं को पांच वर्ष में चार लाख नौकरियां देंगे। महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना में देय राशि में वृद्धि, 14 लाख से अधिक महिलाओं को लखपति दीदी का प्रशिक्षण, मा वाउचर योजना, लाडो प्रोत्साहन जैसी योजनाएं शुरू की गई है।
इस अवसर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, विधायक गुरवीर सिंह बराड़, पूर्व केंद्रीय मंत्री निहालचंद, जिलाध्यक्ष शरणपाल सिंह मान, श्रीयादे माटी कला बोर्ड अध्यक्ष प्रहलाद टाक सहित पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।
सीएम भजनलाल और सुरेश रावत ने शिवपुर हैड का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने श्रीगंगानगर जिले के शिवपुर हैड का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान क्षेत्र में जल आपूर्ति व्यवस्था, सिंचाई प्रबंधन, एवं जल संरक्षण की स्थिति की गहन समीक्षा की गई।
निरीक्षण के पश्चात अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जल प्रबंधन में पारदर्शिता एवं समयबद्धता सुनिश्चित की जाए, जिससे किसानों को समय पर सिंचाई जल उपलब्ध हो सके और फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हो।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सतत प्रयासरत है। शिवपुर हैड जैसे महत्वपूर्ण जल स्रोतों का संरक्षण एवं प्रबंधन हमारी प्राथमिकता है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि खेतों तक जल की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। साथ ही, जल के दुरुपयोग को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि हमारी सरकार सिंचाई तंत्र को और अधिक सशक्त बना रही है। शिवपुर हैड पर आवश्यक मरम्मत कार्यों एवं तकनीकी सुधारों की योजना तैयार की जा रही है ताकि आगामी कृषि सत्र में किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो।