जयपुर। राजस्थान के पूर्व खाद्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के जयपुर स्थित आवास पर मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापे की कार्रवाई की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी की टीम सुबह ही खाचरियावास के निवास पर पहुंच गई और कार्रवाई शुरु कर दी। मामला रियल एस्टेट में निवेश का काम करने वाली पर्ल एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड में हुए हजारों करोड़ के घोटाले से जुड़ा बताया जा रहा है।
इस पर खाचरियावास ने मीडिया से कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ बोलते रहते हैं, इसलिए उन्हें टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनका इस चिटफंड मामले से कोई लेनादेना नहीं हैं। ईडी की टीम जांच कर रही है और उसका पूरा सहयोग किया जा रहा हैं लेकिन इस तरह की राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण है जो लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।
ईडी की कार्रवाई के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा अन्य नेताओं ने खाचरियावास के समर्थन में बोलते हुए भाजपा पर हमला बोला है और उन्होंने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से की जा रही कार्रवाई करार दिया।
गहलोत ने अपने बयान में कहा कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के निवास पर ईडी की रेड की कार्रवाई निंदनीय है। वर्ष 2020 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार गिराने के प्रयास के समय भाजपा का मुखरता से विरोध करने पर खाचरियावास से ईडी ने केवल प्रताड़ित करने के उद्देश्य से 12 अगस्त 2020 को सात-आठ घंटे लम्बी पूछताछ की थी। क्योंकि वो राजस्थान की भाजपा सरकार के खिलाफ मुखर रहते हैं तो फिर से ईडी ने दस्तक दे दी है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पूर्व हमारे प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के घर, तत्कालीन विधायक ओम प्रकाश हुडला के घर भी राजनीतिक उद्देश्य से ईडी ने छापे मारे थे। तब भी ईडी एक्सपोज हुई थी। अब केंद्रीय जांच एजेंसियों की विपक्ष के नेताओं पर ऐसी कार्रवाई से किसी को भी अचंभा नहीं होता है। इन एजेंसियों का पूरा राजनीतिक दुरुपयोग किया जा रहा है और आम जनता के बीच भी यह साफ होता जा रहा है कि कांग्रेस के नेताओं को राजनीतिक लाभ के लिए टारगेट किया जाता है।
इसी तरह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि क्योंकि खाचरियावास भाजपा सरकार द्वारा आईफा के नाच गाने में उड़ाए सौ करोड़ रुपए पर तीखे सवाल पूछ रहे हैं। क्योंकि जयपुर का बेटा उन 100 करोड़ रुपए के लिए सवाल पूछ रहा है, जो कांग्रेस सरकार ने आराध्य देव गोविन्द देवजी के मंदिर कॉरिडोर एवं भव्यता के घोषित किए थे। खाचरियावास चुनाव हारने के बाद जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं, हर मुद्दे पर सरकार को आईना दिखा रहे हैं।
डोटासरा ने कहा कि बदले की भावना से की गई इस कार्रवाई की वह कड़ी निंदा करते है और श्री खाचरियावास कांग्रेस के बब्बर शेर हैं। डरेंगे नहीं, डटकर लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने हा कि भाजपा ने ईडी को अपना फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन बना लिया है। आज सरकारी एजेंसियों का काम सिर्फ राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों और जनता की बात करने वाले नेताओं को डराने-धमकाने का रह गया है। पिछले 11 वर्ष में मोदी सरकार ने भाजपा के कितने नेताओं पर ईडी की कार्रवाई की हैं, सिर्फ विपक्ष के नेताओं को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिन नेताओं को भ्रष्टाचारी बताया, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद क्या उन ‘भ्रष्टाचारी’ नेताओं पर सरकार ने कार्रवाई की। सत्ता की गोद में बैठने वाले कितने नेताओं पर कार्रवाई हुई, सरकार को जवाब देना चाहिए।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि खाचरियावास के निवास पर की गई ईडी की कार्रवाई सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाती है। जिस प्रकार से विपक्ष के नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह साफ संकेत है कि राजनीतिक प्रतिशोध लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास है और संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। जनता के हक और आवाज़ को बुलंद करने के लिए कांग्रेस मजबूती से खड़ी रहेगी।