यूरोपीय संघ ने एप्पल, मेटा पर 80 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया

लंदन। यूरोपीय संघ (ईयू) ने डिजिटल प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन करने के मामले में एप्पल और मेटा पर 70 करोड़ यूरो यानी 79.7 करोड़ डालर का जुर्माना लगाया है। मीडिया रिपोर्ट ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल मार्केट अधिनियम के उल्लंघन के लिए जुर्माना की घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब ट्रम्प प्रशासन यूरोपीय संघ पर हमला कर रहा है। ट्रम्प प्रशासन ने कहा कि यूरोपीय संघ अमरीकी कंपनियों को अनुचित तरीके से निशाना बना रहा है।

इस बीच ईयू की कार्यकारी शाखा, यूरोपीय आयोग ने बुधवार को कहा कि उसने एप्पल और फेसबुक के मालिक मेटा पर क्रमशः 50 करोड़ यूरो (57 करोड़ डालर) और 20 करोड़ यूरो (22.8 करोड़ डालर) का जुर्माना लगाया है।

मेटा के वैश्विक मामलों के मुख्य अधिकारी जोएल कपलान ने ईयू के फैसले की आलोचना करते हुए दावा किया कि इसका उद्देश्य ‘सफल अमरीीकी व्यवसायों को नुकसान पहुंचाना है।

कपलान ने कहा कि यह केवल जुर्माने की बात नहीं है, आयोग हमें अपना व्यवसाय मॉडल बदलने के लिए मजबूर कर रहा है जो वास्तव में मेटा पर अरबों डॉलर का टैरिफ लगाता है जबकि हमसे घटिया सेवा देने की अपेक्षा करता है।

यूरोपीय आयोग ने एक वर्ष की जांच के दौरान पाया कि मेटा ने उपयोगकर्ताओं को ऐसे प्लेटफार्मों तक पहुंच प्रदान नहीं की, जो बिना शुल्क के कम व्यक्तिगत डेटा संसाधित करते हैं।

रिपोर्टों के अनुसार नवंबर 2023 में कंपनी ने सहमति या भुगतान विज्ञापन मॉडल अपनाया जिसने फेसबुक और इंस्टाग्राम के यूरोपीय उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत विज्ञापन के लिए व्यक्तिगत डाटा संयोजन के लिए सहमति देने या प्लेटफ़ॉर्म के विज्ञापन-मुक्त संस्करणों के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर किया।

यूरोपीय आयोग ने कहा कि वह वर्तमान में यह आकलन कर रहा है कि नया मॉडल उसके नियमों के अनुरूप है या नहीं। आयोग ने यह भी पाया कि एप्पल ने डीएमए में तथाकथित स्टीयरिंग नियम का उल्लंघन किया है। इस नियम के तहत, एप्पल के ऐप स्टोर के माध्यम से अपने ऐप वितरित करने वाले ऐप डेवलपर्स को स्टोर के बाहर वैकल्पिक ऑफ़र के बारे में ग्राहकों को निःशुल्क सूचित करने, उन्हें उन तक पहुंचाने और उन्हें खरीदारी करने की अनुमति देने में सक्षम होना चाहिए।

आयोग ने एक बयान में कहा कि अमरीकी प्रौद्योगिकी दिग्गज द्वारा लगाए गए कई प्रतिबंधों के कारण उपभोक्ता वैकल्पिक और सस्ते प्रस्तावों का पूरी तरह से लाभ नहीं उठा सकते हैं।

इस बीच यूरोपीय आयोग ने कहा कि एप्पल और मेटा के संबंधित जुर्माने कि राशि डीएमए के उल्लंघन की कंपनियों की गंभीरता और अवधि को दर्शाता है। उसने यह भी कहा कि उन्हें 60 दिनों के भीतर जुर्माना भरना होगा या अतिरिक्त वित्तीय दंड का जोखिम उठाना होगा।

गौरतलब है कि ऐतिहासिक कानून के उल्लंघन के परिणामस्वरूप गंभीर दंड हो सकते हैं जिसमें कंपनी के वार्षिक वैश्विक राजस्व का 10 प्रतिशत तक का जुर्माना और बार-बार अपराध करने पर 20 प्रतिशत तक का जुर्माना शामिल है।

मेटा ने पिछले साल 164 अरब डॉलर से ज़्यादा का राजस्व कमाया जबकि एप्पल ने पिछले वित्तीय वर्ष में 391 अरब डॉलर कमाए। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका मतलब है कि बुधवार को लगाया गया यूरोपीय संघ का जुर्माना अधिकतम जुर्माने से काफ़ी कम है।