नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने आगामी 25 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम के महापौर का चुनाव नहीं लड़ने का बड़ा एलान किया है।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि आम आदमी पार्टी ने एक महत्वपूर्ण फैसला किया है कि इस बार दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। भारतीय जनता पार्टी अपना मेयर बना ले। इसके बाद भाजपा अपनी स्टैंडिंग कमेटी बनाए और बिना किसी बहाने बनाए दिल्ली में ट्रिपल इंजन की सरकार चलाए और दिल्लीवालों को काम करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि केंद्र, राज्य और निगम के अलावा एक इंजन उपराज्यपाल का भी है, जो कभी रूक जाता है तो कभी चलता है। ऐसे में दिल्ली में भाजपा के पास चार इंजन हाे जाएगा।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि भाजपा पूरे देश में जहां कहीं चुनाव हारती है, वहां साम, दाम, दंड, भेद अपना कर पिछले दरवाजे से सरकार बनाने की कोशिश करती है। हमने देखा है कि ऑपरेशन लोटस के जरिए गोवा, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र समेत देश भर में दूसरी पार्टियों को तोड़कर भाजपा सरकार बनाती है। दिल्ली में भी निगम में करारी हार को देखते हुए भाजपा निगम का पुनः एकीकरण करने के लिए संसद में एक विधेयक लेकर आई। इस एकीकरण में मात्र एक बदलाव हुआ कि 272 से 250 वार्ड हो गए। इसके अलावा कोई और बदलाव नहीं हुआ।
अतिशी ने कहा कि भाजपा ने गलत तरीके से मेयर का चुनाव करवाने, गलत तरीके से एल्डरमैन से वोट डलवाने समेत अपनी हर संभव कोशिश की, लेकिन उसकी कोई भी कोशिश सफल नहीं हुई। इसके बाद भी पिछले ढाई साल से भाजपा ने एक के बाद एक आम आदमी पार्टी के पार्षदों पर दबाव बनाकर, उनको डरा-धमका कर तोड़ा और अपनी पार्टी में शामिल करवाया। आम आदमी पार्टी इस तरह की राजनीति नहीं करती है। आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के जनादेश का सम्मान करती है। हम किसी भी विधायक या पार्षद को खरीदने-बेचने में विश्वास नहीं रखते हैं। आम आदमी पार्टी में इतनी तोड़फोड़ करने के बाद आज भाजपा की निगम के सदन में बहुमत में है, इसलिए आम आदमी पार्टी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यह चाहती है कि भाजपा निगम में भी अपनी सरकार बनाए, दिल्ली में भी भाजपा की सरकार है और केंद्र में भी उसकी सरकार है। दिल्ली में ट्रिपल इंजन की सरकार चलाने का मौका मिल रहा है। अब भाजपा की जिम्मेदारी बनती है कि वह दिल्ली के लोगों से सुरक्षा व्यवस्था, बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, साफ-सफाई को लेकर किए गए अपने वादे को पूरा करे।