दूदू PWD के अधिशाषी अभियंता की काली कमाई, लाखों रुपए की विदेशी मुद्रा एवं बैंक लॉकर मिले

जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जयपुर जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग खण्ड दूदू के अधिशाषी अभियन्ता हरिप्रसाद मीणा के विरूद्ध दर्ज आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के प्रकरण में गुरुवार अल सुबह उनके विभिन्न पांच ठिकानों पर छापा मारकर तलाशी अभियान चलाया गया जिसमें करीब दो करोड़ की महंगी लग्जरी गाड़ियां, लाखों रूपए की विदेशी मुद्रा, करोड़ों रूपए के तीन लग्जरी अपार्टमेट विला से संबंधित दस्तावेज एवं दो बैंक लॉकर मिले हैं।

ब्यूरो के महानिदेशक डा रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को सूचना प्राप्त हुई थी कि मीणा द्वारा भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा अपने एवं अपने परिजनों के नाम से अपनी वैध आय से आनुपातिक रूप से अधिक चल-अचल सम्पत्तियां अर्जित की गई है, जिनकी अनुमानित खरीद कीमत करोड़ों रुपयों से अधिक है।

इस सूचना के सत्यापन में इस अधिकारी द्वारा लग्जरी महंगी गाड़ि‌यां ऑडी, स्कॉर्पियो, फॉर्ड एन्डेवर, रॉयल ईन्फील्ड बुलट खरीदना, लग्जरी अपार्टमेट/विला अर्जित करना एवं देश विदेश घुमने के लिए हवाई यात्राएं एवं महंगी होटलों में रुकने के तथ्य प्रकट हुए, जिस पर ऑपरेशन ‘ऑडी’ चलाया जाकर विस्तृत रूप से तथ्य संकलित किए गए एवं तथ्यों की पुष्टि होने पर 199.75 प्रतिशत की परिसम्पतियां वैध आय से अधिक अर्जित का मामला बनना पाए जाने पर प्रकरण दर्ज किया गया। अनुसंधान अधिकारी के नेतृत्व में सक्षम न्यायालय से तलाशी वारंट प्राप्त किया जाकर विभिन्न टीमों ने एक साथ अलसुबह आरोपी के जयपुर, दूदू एवं लालसोट स्थित पांच विभिन्न ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की गई।

उन्होंने बताया कि अब तक की गई सर्च कार्यवाही में जयपुर स्थित आवासों की सर्च में आरोपी एवं इसके परिवारजनों के नाम जयपुर में करीब तीन करोड रूपए के लग्जरी अपार्टमेंट/विला, लग्जरी अपार्टमेंट में महंगा फर्नीचर, इन्टीरियर, महंगे टाईल्स, पर्सनल जिम, करीब 70 हजार रूपए नकद एवं लाखों रूपए के तीन पर्सनल पार्किंग स्पेस वगैरह से संबंधित तथ्य प्रकट हुए। गांव बगडी लालसोट में स्थित फार्म हाउस की तलाशी में सम्पति के दस्तावेज, लाखों रूपए के हिसाब की डायरी, सरकारी रिकॉर्ड एमबी बुक, कॉलेज बनाने के उद्देश्य से अर्द्धनिर्मित कॉलेज परिसर में लाखों रूपए के निवेश वगैरह से संबंधित तथ्य प्रकट हुए।

संदिग्ध अधिकारी के दूदू स्थित किराये के आवास की तलाशी में करीब एक लाख रूपए नगद, करीब 2 लाख 20 हजार रूपए की विभिन्न देशों की विदेशी मुद्रा, दो बैंक लॉकर वगैरह से संबंधित तथ्य प्रकट हुए। संदिग्ध अधिकारी द्वारा विदेश यात्राओं एवं महंगे होटलों में रूकने में करीब 47 लाख रूपये व्यय करने, करीब 40 लाख रूपए के सोने के आभूषण से संबंधित दस्तावेज, संदिग्ध अधिकारी एवं परिवारजनों के कुल 19 बैंक खातों में करीब 12 लाख रूपए होकर करोड़ों रूपए का लेनदेन होने, आरोपी के बच्चों की महंगी स्कूलों में शिक्षा में लाखों रूपए का निवेश वगैरह से संबंधित तथ्य प्रकट हुए।

बैंक लॉकरों की तलाशी लिया जाना शेष है। आरोपी के लग्जरी अपार्टमेंट/विला के निर्माण के मूल्यांकन के लिए वेल्यूवर द्वारा मूल्यांकन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि संदिग्ध अधिकारी द्वारा सम्पति एंव वाहन खरीदने के लिए करोड़ो रूपयों का बैंकों से लोन लिया जाकर उनका आश्चर्यजनक तरीके से समय-पूर्व अल्प अवधि में ही भुगतान किया जाना पाया गया।

ब्यूरो के प्राथमिक आंकलन, प्रथम सूचना रिपोर्ट एवं अब तक तलाशी में मिले दस्तावेजों के अनुसार आरोपी हरिप्रसाद मीणा द्वारा अपने अल्प सेवाकाल में भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा करोड़ों रुपए की कीमत की अनेक चल-अचल परिसम्पत्तियां अर्जित करने का अनुमान है, जो उनकी वैध आय से आनुपातिक रूप से बहुत अधिक है इसके अतिरिक्त आरोपी एवं उसके परिजनों द्वारा कई अन्य परिसम्पत्तियों में निवेश के साक्ष्य मिले है, जिनकी विस्तृत जांच की जाएगी। एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में एसीबी की विभिन्न टीमों द्वारा आरोपी के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है।