अजमेर। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजस्थान में अजमेर प्रवास के दौरान शुक्रवार को किशनगढ़ में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी से मुलाकात करके देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर चर्चा की।
आचार्य देवव्रत अजमेर में ऋषि मेले में उद्बबोधन के बाद लौटते समय किशनगढ़ में चौधरी के निवास पहुंचे और शिष्टाचार मुलाकात की। दोनों के बीच देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों को उसकी तरफ आकर्षित करने के विषय पर गहन चर्चा हुई।
प्राकृतिक खेती के प्रबल समर्थक आचार्य देवव्रत ने इस अवसर पर चौधरी को प्राकृतिक कृषि पद्धति के लाभों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारने और किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में भी सहायक सिद्ध हो रही है।
चौधरी ने आचार्य देवव्रत की इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने आचार्य देवव्रत को बताया कि केंद्र सरकार भी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने को लेकर लगातार प्रयासरत है और काम भी कर रही है।
मोदी सरकार जीरो बजट प्राकृतिक खेती और परंपरागत कृषि विकास योजना के माध्यम से देश में प्राकृतिक खेती का माहौल बनाकर किसानों को उसे दिशा में आकर्षित करके मदद पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि धरती को रसायनों से मुक्ति दिलाने और देश के नागरिकों को शुद्ध खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिहाज से शून्य लागत में प्राकृतिक खेती एक बड़ा विकल्प बनकर उभर रही है।
उल्लेखनीय है कि आचार्य देवव्रत ने आज ऋषि मेले में भारतीय कृषि पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऋषि दयानंद के समय प्राकृतिक खेती होती थी, वर्तमान में तो हम अपनी धरती मां को जहरीला बनाने में लगे हैं।
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