मुंबई। मुंबई की एक अदालत ने रविवार को अभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के आरोपी बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को 24 जनवरी तक पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुलिस ने आगे की जांच के लिए आरोपी की 14 दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन अदालत ने पांच दिन की हिरासत मंजूर की। इससे पहले आरोपी को अपराह्न डेढ़ बजे भारी पुलिस सुरक्षा में बांद्रा की अवकाशकालीन अदालत में पेश किया गया। पुलिस द्वारा रिमांड आवेदन पेश करने के बाद अदालत ने पुलिस हिरासत मंजूर कर ली।
आरोपी के वकील ने पुलिस के दावों का खंडन करते हुए कहा कि उनका मुवक्किल बांग्लादेशी नागरिक नहीं है और उसके पास अपनी पहचान साबित करने के लिए कई दस्तावेज हैं। वकील ने पुलिस के आरोपों को झूठा करार दिया। उनके वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को बलि का बकरा बनाया गया है और इस मामले में उनकी कोई संलिप्तता नहीं है। आरोपी शहजाद पर विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, बांद्रा पुलिस और मुंबई अपराध शाखा के अधिकारियों ने खार थाने में आरोपी से पूछताछ की, जहां आरोपी ने कथित तौर पर अपराध कबूल कर लिया। जांच के दौरान, आरोपी ने बार-बार कहा था कि हां मैंने ही किया है। मामले की जांच कर रही टीम का हिस्सा रहे एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शहजाद को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह चोरी करने के लिए सैफ के घर में घुसा था।
शहजाद ने पुलिस को बताया कि उसने घटना के बाद टीवी समाचारों में अपनी तस्वीरें देखीं और ठाणे भाग गया। उसने अपना फोन बंद कर दिया और ठाणे में एक श्रमिक शिविर के पास छिप गया। पुलिस उसके फोन के अंतिम ज्ञात स्थान को ट्रैक करते हुए ठाणे पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। शहजाद को सैफ पर उनके आवास पर चाकू से हमला करने के करीब 70 घंटे बाद शनिवार को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस का कहना है कि शहजाद ने भारत में प्रवेश करने के बाद अपना नाम बदलकर विजय दास रख लिया था। वह पिछले छह महीनों से मुंबई में रह रहा था। अधिकारियों के अनुसार अपराध के पीछे उसका कथित मकसद लूटपाट करना था।
देश में अवैध रूप से प्रवेश करने के बाद, शहजाद मुंबई में बस गया और मुंबई के बाहरी इलाके में स्थित ठाणे के एक बार में काम करने लगा। उसने हमले से ठीक एक सप्ताह पहले बेहतर नौकरी की तलाश में अपनी नौकरी छोड़ दी थी। पुलिस के अनुसार, शहजाद के पास कोई वैध भारतीय पहचान दस्तावेज भी नहीं था।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने इमारत के अंदर जाने के लिए पीछे की सीढ़ियों और एयर-कंडीशनिंग पाइप का इस्तेमाल किया। उसने यह भी कहा कि यह पहली बार था, जब वह इमारत में घुसा था। पुलिस ने बताया है कि वे जांच के लिए आरोपी के साथ घटना को फिर से दोहरा सकते हैं।