काबुल। अफ़ग़ानिस्तान के पश्चिमी इलाके में आए भूकंप के कारण कम से कम 120 लोग मारे गए और 1000 घायल हो गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई।
बीबीसी के मुताबिक अमरीकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि 6.3 तीव्रता का भूकंप पश्चिमी शहर हेरात से लगभग 40 किमी दूर, ईरान की सीमा के करीब, स्थानीय समयानुसार लगभग 11 बजे आया। अफगान अधिकारियों ने कहा कि कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे लोग मलबे में फंस गए। शुरुआती भूकंप के बाद कम से कम तीन शक्तिशाली झटके आए।
हेरात निवासी बशीर अहमद ने बताया कि हम अपने कार्यालयों में थे और अचानक इमारत हिलने लगी। दीवारों के प्लास्टर गिरने लगे और दीवारों में दरारें आ गईं, कुछ दीवारें और इमारत के कुछ हिस्से ढह गए।
उन्होंने कहा कि मैं अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पा रहा हूं, नेटवर्क कनेक्शन काट दिया गया है। मैं बहुत चिंतित और डरा हुआ हूं, यह भयावह था। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 70 से अधिक घायल लोगों का इलाज शहर के मुख्य अस्पताल में किया जा रहा है।
भूकंप शुरू होने के बाद अपनी कक्षा को सुरक्षित रूप से खाली करने वाले अंतिम छात्र इदरीस अरसाला ने बताया कि स्थिति बहुत भयानक थी, मैंने पहले कभी ऐसा अनुभव नहीं किया था।
हेरात ईरान की सीमा से 120 किमी पूर्व में स्थित है और इसे अफगानिस्तान की सांस्कृतिक राजधानी माना जाता है। 2019 विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार अनुमान है कि प्रांत में 19 लाख लोग रहते हैं।
देश में अक्सर भूकंप आते रहते हैं विशेषकर हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में क्योंकि यह यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है। पिछले साल जून में, पक्तिका प्रांत में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों लोग बेघर हो गए थे।