अजमेर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से भेजी गई मखमली चादर एवं अकीदत के फूल चादर अजमेर ख़्वाजा साहब के 812वें उर्स में पेश की गई।
राजे ने अपने संदेश में उर्स की मुबारकबाद देते हुए कहा कि दरगाह गंगा-जमुनी तहजीब की नायाब मिसाल है। फख्र की बात ये है कि सुल्तान-ए-हिन्द की दरगाह सूबे राजस्थान में है। ख्वाजा साहब का जीवन हम सब के लिए नजीर है। उन्होंने अपना सारा जीवन मानव सेवा, खुदा की इबादत और बेसहारों को सहारा देने में निकाल दिया। मैं उर्स के मुबारक मौके पर सूबे की खुशहाली एवं तरक्की के लिए दुआ करती हूं।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी अजमेर देहात के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो. बीपी सारस्वत, राजे के वकील सैयद अफसान चिस्ती, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेश महामंत्री मुंसिफ अली खान, यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित जैन, शहर जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा शफीक खान, गुलाम मुस्तफा, अतीक अहमद, मनोज बैरवा सहित भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता मौजूद रहे।