रामचंद्र चौधरी ने राज्यपाल बागड़े से मुलाकात कर डेयरी क्षेत्र के विकास पर चर्चा की

अजमेर। राजस्थान में अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने आज जयपुर में राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े से मुलाकात कर डेयरी क्षेत्र के विकास पर चर्चा की।

चौधरी ने बागडे को बताया कि वर्तमान में राज्य सरकार ने पूर्व राज्य सरकार के पशुपालन विभाग के डेयरी से सम्बन्धित कार्यक्रमों को जारी रखा है। उसमें से दुग्ध उत्पादकों को मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के पांच रुपए प्रति लीटर का अनुदान विगत सात माह से नहीं मिल रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपए की पांच माह की स्वीकृति जारी कर रखी है, लेकिन आरसीडीएफ को राशि ट्रांसफर नहीं होने से भुगतान नहीं हो पा रहा है। साथ ही मिड डे मील कार्यक्रम के अन्तर्गत बच्चों को दूध उपलब्ध करवाने का कार्यक्रम है, लेकिन शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा मोटे अनाज का विचार रखने से अभी तक लागू नहीं किया जा सका है।

उन्होंने राज्यपाल को बताया कि मिड डे मील में दुग्ध का पाउडर सप्लाई करने से राजस्थान की समस्त सहकारी जिला दुग्ध समूह के पाउडर का भी उपयोग हो जायेगा एवं बच्चों को भी मिड डे मील में दुग्ध मिलने से स्वास्थ्य में सुधार आएगा।

चौधरी ने प्रदेश के जिला समूहों में लगभग 2000 पदों से अधिक रिक्त पड़े पदों को भरवाने में सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि लगभग 1000 पदों की भर्ती जारी करने की आरसीडीएफ की मंशा है, लेकिन अजमेर डेयरी के 280 पद की भर्ती प्रकरण वित्त विभाग के प्रमुख सचिव के पास विचाराधीन है।

चौधरी ने राज्यपाल बागड़े को बताया कि अजमेर डेयरी उत्तरी भारत में सबसे उन्नत किस्म की डेयरी बनाई गई है। इसमें 13 देशों की टेक्नोलॉजी काम में ली गई है तथा वर्तमान में 56 प्रकार के प्रोडक्ट उत्पादित किए जा रहे हैं।

उन्होंने राज्यपाल के अजमेर आगमन पर एक विशाल दुग्ध उत्पादन उत्पादकोंं का सम्मेलन आयोजित करवाने की बात भी कही, जिसमें बागड़े के औरंगाबाद डेयरी के अध्यक्ष के कार्यकाल के अनुभवों का लाभ मिलेगा। इस पर बागड़े ने आश्वासन दिया कि अक्टूबर माह में , मैं आपके कार्यक्रम में अवश्य आऊंगा।

चौधरी ने उम्मीद जताई कि राज्यपाल बागड़े के अजमेर दौरे से पशुपालकों को राहत मिल सकेगी एवं अजमेर डेयरी प्रगति की और बढ़ सकेगी। उल्लेखनीय है कि बागड़े, डेयरी पृष्ठभूमि के हैं। वे औरंगाबाद डेयरी के चैयरमैन रह चुके हैं। उन्हें इस क्षेत्र का लम्बा अनुभव है।