अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित विश्वप्रसिद्ध ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह का जन्नती दरवाजा शुक्रवार सुबह खोल दिया गया।
अजमेर में गरीब नवाज के 812वें उर्स के मौके पर छह दिनों के लिए जन्नती दरवाजे को परम्परागत तरीक़े से खोला गया। इस दरवाजे से निकलकर जियारत के लिए अकीदतमंदों की भीड़ उमड़ पड़ी।
जन्नती दरवाजे के दीदार और इसमें से निकलकर जियारत करने के लिए लम्बी कतार पूरी रात प्रतीक्षा करती रही और आज तड़के आस्ताना खुलने के साथ जैसे ही दरवाजा खुला दुआ में हाथ उठ गये। जन्नती दरवाजे पर होड़ का आलम बना रहा। दरगाह कमेटी के कार्मिकों ने पुलिस के सहयोग से मोटे रस्सों के जरिए भीड़ को नियंत्रित किया।
रजब माह का चांद आज नजर आ गया तो जन्नती दरवाजा खुला रहेगा। अन्यथा इसे खिदमत के समय बंद कर दिया जाएगा और फिर शनिवार से छह दिनों के लिए खोला जाएगा। अजमेर शरीफ में उर्स की रौनक धीरे धीरे बढ़ रही है। उर्स का समापन बड़े कुल के छींटों के साथ होगा।
पाक जायरीन आएंगे 15 जनवरी को
उर्स मेला-2024 के लिए पाकिस्तान से आने वाले जायरीन का जत्था सोमवार 15 जनवरी को आएगा। पूर्व में यह जत्था 14 जनवरी को आना था। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट जगदीश प्रसाद गौड़ ने बताया कि यह जत्था 20 जनवरी को अजमेर से रवाना होगा।
प्रशासन की चादर शनिवार को
गरीब नवाज के उर्स मेला-2024 के लिए प्रशासन की चादर शनिवार 13 जनवरी को पेश की जाएगी। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट जगदीश प्रसाद गौड़ ने बताया कि शनिवार को दोपहर 12 बजे पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी दरगाह पर चादर पेश करेंगे।