केक काटकर मनाया अजमेर रेलवे स्टेशन का 125वां स्थापना दिवस

स्टेशन महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक आयोजन
अजमेर। धार्मिक एवं पर्यटन नगरी अजमेर का रेलवे स्टेशन 125 साल का हो गया। शुक्रवार को स्टेशन का बर्थडे केक काटकर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया गया।

अजमेर स्टेशन के गौरवमय इतिहास को उत्सव स्वरूप मनाने के लिए अजमेर स्टेशन पर शानदार आयोजन हुआ। इतना ही नहीं बल्कि अजमेर रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में स्टेशन महोत्सव का आयोजन किया गया।

स्कूली बच्चों ने शानदार गीत नृत्यों से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश की। अजमेर स्टेशन भवन की समाकृति का केक भी इस अवसर पर काटा गया। आजादी के प्रतीक गुब्बारे उड़ाये गए तथा सुंदर रंगोली भी सजाई गई। महोत्सव के दौरान अजमेर स्टेशन के प्राचीन फोटो व इतिहास की जानकारी सहित स्टेशन से जुड़े कई रोचक फोटो व तथ्य प्रर्दशित किए गए।

कार्यक्रम के दौरान दर्शकों के लिए अजमेर स्टेशन से संबंधित सवालों की एक क्विज़ का भी आयोजन किया गया। क्विज के विजेताओं को मौके पर ही पुरस्कार प्रदान किए गए।

मुख्य अतिथि के रूप में अजमेर (दक्षिण) विधायक अनीता भदेल व मण्डल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा, स्वतंत्रता सेनानी शोभाराम गेहरवाल, मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) अनूप शर्मा सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

इस अवसर पर वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक बीसीएस चौधरी, मण्डल वाणिज्य प्रबंधक मोनिका यादव, स्टेशन मैनेजर अवधेश कुमार, स्टेशन पर कार्यरत स्टाफ, स्कूल छात्र छात्राएं, बच्चे, कुली, रेल यात्री व आमजन मौजूद रहे। मंच का संचालन रश्मि और संजय काकड़ा ने किया।

स्टेशन महोत्सव में इनको किया गया सम्मानित

स्टेशन महोत्सव में सेवानिवृत्त व वर्तमान रेल कर्मचारियों तथा अधिकारियों सुनील मोहन जौहरी, एमएल फुलवारी, अरुण गुप्ता, सारिका जैन, आरके सोनी, नवाब जोसेफ, अंकिता सूद, राजेश रॉबिंसन, जयसिंह, मनमोहन राठौड़, रवि पनियार, राजेंद्र चौधरी, एमए अंसारी, पदम कुमार, अजय जैन, निरंजन वर्मा और संजय काकड़ा को सम्मानित किया गया।

अजमेर स्टेशन का 125 वर्षों का गौरवशाली सफर

मण्डल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा ने बताया कि आधुनिकता व विकास के इस दौर में विरासत को संजोए रखते हुए अजमेर स्टेशन पर लगातार यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। अजमेर मंडल उत्तर पश्चिम रेलवे का महत्वपूर्ण मंडल है जिसमें अजमेर स्टेशन सबसे प्रमुख स्टेशन है।

गौरवशाली अतीत और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली राजपूताना-मालवा रेलवे का निर्माण सन 1870 में शुरू किया गया था। दिल्ली-रेवाड़ी लाइन का निर्माण सन 1872 में और रेवाडी-अजमेर (मदार-अजमेर) का निर्माण सन 1875 में और अजमेर-अहमदाबाद लाइन का निर्माण 1881 में हुआ। वर्तमान स्टेशन बिल्डिंग का निर्माण वर्ष 1900 में किया गया था।

अजमेर मंडल सन 1956 में मुख्य रूप से मीटर गेज प्रणाली पर अस्तित्व में आया। मदार से अजमेर तक मीटर गेज का ब्रॉड गेज में रूपांतरण सन 1995 में पूरा हुआ। यात्री सेवा के 125 गौरवशाली वर्षों मे अजमेर स्टेशन मीटर गेज के भाप के इंजन से लेकर ब्रॉड गेज की वंदेभारत एक्स्प्रेस के इलेक्ट्रिक इंजन तक के दौर का गवाह रहा है।