सहारनपुर। सहारनपुर के प्रमुख दलित नेता और नगीना से सांसद चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज 11 मुकदमें अब एमपी/एमएलए कोर्ट में चलेंगे। उनके मामलों की सुनवाई विशेष न्यायाधीश मोहित शर्मा करेंगे। अभी तक उनके खिलाफ अलग-अलग कोर्ट में 11 मुकदमें विचाराधीन थे अब इन सभी को एमपी/एमएलए कोर्ट में भेज दिया गया है।
सरकारी वकील गुलाब सिंह ने आज बताया कि इन मुकदमों में शब्बीरपुर में वर्ष 2018 में हुए दलित-राजपूत संघर्ष में चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज मुकदमा भी शामिल है। जिसमें आरोप तय हो चुके हैं।
गौरतलब है कि सहारनपुर के थाना फतेहपुर क्षेत्र के छुटमलपुर कस्बा निवासी दलित युवक चंद्रशेखर ने दस साल पहले एक सामाजिक संगठन भीम आर्मी की स्थापना की थी। जिसका मकसद दलित युवकों को जागरूक करना और शिक्षा के लिए प्रेरित करना था।
लेकिन थोड़े दिन बाद ही उनका राजपूतों से टकराव हो गया था और यह टकराव कई वर्षों तक जारी रहा। इन्हीं टकरावों के चलते शब्बीरपुर कांड के बाद सहारनपुर में हिंसा हुई और चंद्रशेखर के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज हुए और उन्हें रासुका में भी निरूद्ध किया गया।
लगातार संघर्ष और पुलिस उत्पीड़न के चलते चंद्रशेखर दलितों के राष्ट्रीय स्तर के नेता बन गए और हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़कर बिजनौर की नगीना सुरक्षित सीट से शानदार जीत दर्ज की। जबकि दलितों को केंद्रित कर बनी बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में अपना खाता तक नहीं खोल पाई।