जयपुर। ऑल राजस्थान जाट महासभा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का पुरजोर विरोध किया है।
महासभा के संरक्षक एडवोकेट महेश मावलिया, अध्यक्ष कर्मवीर चौधरी, युवा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप ढेवा, महिला प्रदेश अध्यक्ष अंकलेश जाखड़ और मीडिया प्रभारी अनिल जाखड़ ने प्रेस वार्ता कर इसका विरोध किया। उन्होंने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में जाट समाज को कमजोर करने के लिए समाज के नेताओं पर जो इस तरह की कार्रवाई की जा रही है उसको जाट समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस अवसर पर महासभा ने चुनावों में भी सभी राजनीतिक पार्टियों के द्वारा जाट समाज को उचित भागीदारी दिए जाने की मांग रखी। कार्यक्रम में ऑल राजस्थान जाट महासभा की कार्यकारिणी का भी गठन किया गया और शपथ ग्रहण समारोह भी हुआ।
इस अवसर पर महासभा ने सर्वसम्मति से पांच प्रस्ताव भी पारित किए, जिसमें पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में क्रियान्वित करने और फल सब्जी को लेकर आरसीडीएफ की तर्ज पर फेडरेशन का गठन, महिला आरक्षण में ओबीसी की सहभागिता सुनिश्चित करने, चुनावों में महिला आरक्षण दिए जाने, ओबीसी का आरक्षण 35 प्रतिशत किए जाने और चुनाव में जाट समाज को संख्या के अनुपात में टिकट दिए जाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।
आने वाले समय में आल राजस्थान जाट महासभा प्रत्येक जिला मुख्यालय पर जन जागृति अभियान चलाएगी और सामाजिक कुरीतियों के खात्मे के लिए भी काम करेगी। समाज में शिक्षा के विकास और सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता को लेकर भी बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर महासभा से जुड़े विपिन लामोरिया, संदीप पूनिया, रतन मांगलोदा, रोशन खद्दा, संदीप जाखड़, शंकर लाल चौधरी, मनीष चौधरी, बलराम जाखड़ समेत सैकड़ों समाज के लोग मौजूद थे।