अमेज़न ने सात साल पहले ही हासिल कर लिया 100% नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य

अमेज़न ने 2023 में डेटा सेंटर समेत पूरे परिचालन में इस्तेमाल होने वाली बिजली को नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से किया 100% ऑफसेट

भारत, 10 जुलाई, 2024: अमेज़न ने 2019 में, अपने वैश्विक संचालन में इस्तेमाल की जाने वाली पूरी बिजली – जिसमें डाटा सेंटर, कॉर्पोरेट बिल्डिंग, किराना स्टोर और पूर्ति केंद्र शामिल हैं– 2030 तक 100% नवीकरणीय ऊर्जा से ऑफसेट करने का लक्ष्य रखा था। आज, अमेज़न ने घोषणा की कि उसने निर्धारित समय से सात साल पहले ही लक्ष्य हासिल कर लिया है। ब्लूमबर्ग न्यू एनर्जी फाइनेंस के अनुसार, कंपनी अब लगातार चार साल (2020 से) से दुनिया में नवीकरणीय ऊर्जा की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट खरीदार बन गई है, और इसने वैश्विक स्तर पर 500 से अधिक सौर एवं पवन ऊर्जा परियोजनाओं में अरबों डॉलर का निवेश किया है।

अमेज़न की चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर, कारा हर्स्ट ने कहा, “नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य तक पहुंचना एक अविश्वसनीय उपलब्धि है और हमें सात साल पहले इस स्तर पर पहुंचने के लिए किए गए प्रयास पर गर्व है। हम यह भी जानते हैं कि यह विस्तृत सफ़र का एक क्षण भर है और अमेज़न का अपने परिचालन को डीकार्बनाइज़ करने का काम हर साल एक जैसा नहीं रहेगा – हम प्रगति करना जारी रखेंगे, साथ ही 2040 तक अपने मार्ग पर लगातार अग्रसर रहेंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारी टीमें महत्वाकांक्षी बनी रहेंगी, और व्यवसाय, ग्राहकों तथा पृथ्वी के लिए जो सही है, वह करना जारी रखेंगी। यही कारण है कि कंपनी सौर और पवन परियोजनाओं में निवेश करना जारी रखेगी, साथ ही कार्बन-मुक्त ऊर्जा के अन्य रूप जैसे परमाणु, बैटरी भंडारण और उभरती हुई तकनीकों का भी समर्थन करेगी जो आने वाले दशकों तक संचालन को शक्ति प्रदान कर सकती हैं।”

अमेज़न ने 2019 से 27 देशों में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को सक्षम किया है। वास्तव में, कंपनी भारत, ग्रीस, दक्षिण अफ्रीका, जापान और इंडोनेशिया सहित अन्य देशों में यूटिलिटी-स्केल पर अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को सक्षम करने वाली पहली कंपनी थी। इसे पूरा करने के लिए अमेज़न ने नीति निर्माताओं के साथ मिलकर इन देशों में नई सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माण में कंपनियों की सहायता करने के लिए अपनी तरह की पहली नीतियों को सक्षम करने के लिए काम किया। अमेज़न के व्यापक कॉर्पोरेट विस्तार में अक्षय ऊर्जा के उपयोग को भी शामिल किया गया है।

वर्जीनिया में अमेज़न के एचक्यू2 मुख्यालय को शून्य परिचालन कार्बन उत्सर्जन के साथ चलाने के लिए तैयार किया गया था और इसकी बिजली की खपत एक स्थानीय सौर फार्म से ऑफसेट हुई है। यूटिलिटी-स्केल की परियोजनाओं के अलावा, उन्होंने दुनिया भर में अमेज़न फुलफिल्मेंट सेंटर, होल फूड्स मार्केट स्टोर्स और अन्य कॉर्पोरेट इमारतों की छतों और प्रॉपर्टी पर लगभग 300 ऑन-साइट सौर परियोजनाओं को भी मदद की। कुल मिलाकर, अमेज़न का नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो सभी परियोजनाओं के चालू होने के बाद प्रति वर्ष अनुमानित तौर पर 27.8 मिलियन टन कार्बन से बचने में मदद करेगा।

अमेज़न ने आज तक एशिया प्रशांत क्षेत्र में 80 से अधिक अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को मदद की है, जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, चीन, इंडोनेशिया, जापान, न्यूजीलैंड, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया की परियोजनाएं शामिल हैं। भारत में, अमेज़न ने अब तक 50 पवन और सौर परियोजनाओं में निवेश किया है।

ब्लूमबर्ग न्यू एनर्जी फाइनेंस के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी भारत में नवीकरणीय ऊर्जा की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट खरीदार भी है। 2022 में, अमेज़न ने भारत में अपनी पहली छह यूटिलिटी-स्केल की परियोजनाएं शुरू कीं। इनमें मध्य प्रदेश और कर्नाटक में स्थित तीन पवन-सौर हाइब्रिड परियोजनाएं, साथ ही राजस्थान में तीन सौर फार्म शामिल हैं। जो 920 मेगावाट की कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का प्रतिनिधित्व करते हैं। अमेज़न द्वारा विकसित एक नए आर्थिक मॉडल के अनुसार, 2014 से 2022 के बीच, कंपनी के पवन और सौर फार्मों ने भारत के लोगों के लिए अनुमानित 349 मिलियन अमेरिकी डॉलर (2,885 करोड़ रुपये) का निवेश उत्पन्न करने में मदद की है। कंपनी ने देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 87 मिलियन अमेरिकी डॉलर (719 करोड़ रुपये) का योगदान दिया है और अकेले 2022 में 20,600 से अधिक स्थानीय पूर्णकालिक के समकक्ष नौकरियों का समर्थन किया है।

ब्लूमबर्गएनईएफ में सस्टेनेबिलिटी रिसर्च प्रमुख, काइल हैरिसन ने कहा, “अपने 100% नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को प्राप्त कर अमेज़न ने सैकड़ों नई सौर और पवन परियोजनाओं के निर्माण को संभव बनाया है, जिससे दुनिया भर के ग्रिड और समुदायों को स्वच्छ ऊर्जा के नए स्रोत मिल रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “समाज की आसमान छूती ऊर्जा मांगों को संतुलित करते हुए जलवायु परिवर्तन के संबंध में पहल करना एक बड़ी चुनौती है और स्वच्छ ऊर्जा के लिए अमेज़न की प्रतिबद्धता दर्शाती है कि कैसे एक अकेली कंपनी वैश्विक स्तर पर कम कार्बन अर्थव्यवस्था में बदलाव को गति देने में मदद कर सकती है।”

इस नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को प्राप्त करना, अमेज़न के 2040 तक नेट-ज़ीरो कार्बन के प्रति अपनी जलवायु प्रतिज्ञा प्रतिबद्धता को पूरा करने के प्रयास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अमेज़न आने वाले दिनों में उस स्तर तक पहुंचने के लिए हमेशा की तरह प्रतिबद्ध है, भले ही रास्ता उन तरीकों से बदल रहा हो, जिनकी किसी ने कुछ साल पहले तक उम्मीद भी नहीं की थी और यह जो मुख्य रूप से जनरेटिव एआई की बढ़ती मांग से प्रेरित है। इसके लिए अमेज़न द्वारा मूल रूप से अनुमानित ऊर्जा के अलग-अलग स्रोतों की आवश्यकता होगी, इसलिए कंपनी को चुस्त-दुरुस्त रहने और नेट-ज़ीरो कार्बन की दिशा में काम करते हुए अपने दृष्टिकोण को विकसित करना जारी रखना होगा।

अमेज़न, कंपनी के पोर्टफोलियो में पर्याप्त मात्रा में अक्षय ऊर्जा जोड़ने के लिए भारी निवेश करना जारी रखेगी और नए कार्बन-मुक्त ऊर्जा स्रोतों की भी खोज करेगी, जो नवीकरणीय ऊर्जा को पूरक बना सकते हैं और इसकी ज़रूरतों को संतुलित कर सकते हैं। नेट-ज़ीरो के रास्ते में कई बाधाएं होंगी और इसके व्यवसाय और दुनिया दोनों में होने वाले बदलावों के लिए इसे समायोजित करने की आवश्यकता होगी लेकिन अमेज़न इस संबंध में आशावादी है और इसे प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।